मंगलोर में शनिवार को हुए विमान हादसे में अपनी बेटी को खो चुकी 70 वर्षीय संतोष अग्रवाल का कहना है कि वह उसके अंतिम संस्कार में नहीं जाना चाहती और उसके हंसते हुए चेहरे को ही याद करना चाहती है.
संतोष के बेटे, उसकी पत्नी और दो बच्चों की मौत आठ साल पहले एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी जबकि संतोष के पति का पिछले साल दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. कल उन्हें एयर इंडिया विमान हादसे में दुबई में रह रही अपनी बेटी मीनू गुप्ता की मौत की खबर मिली.
मीनू को कर्नाटक के मनीपाल जाना था जहां उनका बेटा एमबीबीएस की पढाई कर रहा है. उनके पति डाक्टर हैं और उनके दुबई में दो अस्पताल हैं.
संतोष ने कहा कि वह इस साल मार्च में अपनी बेटी से मिलने दुबई गईं थीं. उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं उसका हंसता हुआ चेहरा याद करना चाहती हैं.’’ उन्होंने कहा कि अच्छा होगा कि उनकी बेटी का अंतिम संस्कार चंडीगढ की जगह दुबई में हो.
संतोष ने कहा, ‘‘उसे इस स्थिति में देखना मेरे लिए बहुत कठिन होगा.’’