कोलकाता में SFI के 22 वर्षीय छात्र नेता का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया. सुदीप्तो गुप्ता के मौत की शुरुआती रिपोर्ट भी आ गई है. रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि सुदीप्तो की मौत सिर में चोट लगने के कारण हुई लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो सका कि चोट कैसे लगी थी. अंतिम संस्कार से पहले भारी संख्या में लोगों ने सुदीप्तो को श्रद्धांजलि दी.
वहीं सुदीप्तो की मौत को लेकर बुधवार को दिल्ली में विद्यार्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि इस घटना की वामपंथी दलों तथा कांग्रेस ने भी निंदा की. कोलकाता में छात्र कार्यकर्ता की मौत के विरोध में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ के लगभग 100 सदस्य विद्यार्थियों ने बुधवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया. छात्र प्रदर्शनकारी हैली रोड पर बंगभवन के सामने इकट्ठा हुए और स्टूडेट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्य सुदिप्तो गुप्ता की मृत्यु के खिलाफ नारे लगाए तथा कार्रवाई की मांग की.
जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष लेनिन ने कहा, 'हमारी मांग है कि इस घटना में शामिल सभी लोगों को दंडित किया जाए.' गुप्ता, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र शाखा के कार्यकर्ता थे. कोलकाता में एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान सिर में चोट लगने कारण मंगलवार को गुप्ता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. लेनिन ने बस से गिरकर गुप्ता की मृत्यु के पुलिस के दावे को झूठा बताया.
हाथों में बैनर एवं तख्तियां लेकर आए विद्यार्थियों ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ भी नारे लगाए तथा ममता बनर्जी सरकार की कोई कार्रवाई न करने के लिए आलोचना की. कुछ छात्रों ने इमारत की चारदीवारी को लांघने की कोशिश भी की लेकिन उन्हें पुलिस ने रोक दिया. जेएनयू के ही एक और छात्र ने कहा, 'पुलिस हिरासत में किसी छात्र की मृत्यु की यह पहली घटना है। दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.'
इस बीच मार्क्सवादी नेता सीताराम येचुरी ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की. येचुरी ने पत्रकारों से कहा, 'हम किसी भी राज्य में पुलिस की ऐसी हरकत को स्वीकार नहीं कर सकते, जहां पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की इजाजत दे दी हो. लेकिन कोलकाता में पुलिस ने छात्रों को पीटा, गिरफ्तार किया, बसों में भरकर ले गई तथा इस बीच एक छात्र की हत्या भी कर दी.' सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि छात्र की मौत से वह भी काफी व्यथित हैं. तिवारी ने कहा, '(पूर्व) छात्र नेता होने के नाते मैंने भी पुलिस की लाठियां खाई हैं. मैं इस युवा छात्र नेता की मौत पर बेहद व्यथित हूं.'