हाल में दुर्घटनाग्रस्त हुई भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक से तीन नौसैनिकों के शव बरामद किए गए हैं. विस्फोट होने के बाद डूबी इस पनडुब्बी से गोताखोरों ने शुक्रवार यह शव बरामद किए.
सूत्रों ने बताया, ‘हमारे गोताखोरों ने पनडुब्बी से तीन शव बरामद किए हैं, लेकिन अभी उनकी शिनाख्त नहीं की जा सकी है.’ नौसेना ने गुरुवार को इस पनडुब्बी में फंसे नाविकों में से तीन अधिकारियों के नाम बताए थे. पनडुब्बी के भीतर फंसे सभी नाविकों के मारे जाने की आशंका है.
नौसेना ने पनडुब्बी के भीतर फंसे तीन अधिकारियों- लेफ्टिनेंट कमांडर निखिल पाल, आलोक कुमार और आर वेंकिटराज के नाम बताए थे. इनके अलावा पनडुब्बी के भीतर फंसे शेष नाविकों के नाम संजीव कुमार, के सी उपाध्याय, तिमाथी सिन्हा, केवल सिंह, सुनील कुमार दसारी प्रसाद, लीजू लारेंस, राजेश टूटिका, अमित के सिंह, अतुल शर्मा, विकास ई नरोत्तम देउरी, मलय हलदार, विष्णु वी और सीताराम बदापल्ली बताए गए हैं.
गौरतलब है कि बुधवार रात को मुंबई गोदी में खड़ी पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक में भीषण विस्फोट हुआ था और वह डूब गई थी. इससे नौसेना को एक बड़ा आघात पहुंचा था. नौसेना के गोताखोर हालांकि बुधवार देर रात ही पनडुब्बी के भीतर पहुंच गए थे, लेकिन वहां फंसे 18 लोगों को तलाशने में उन्हें काफी कठिनाई आई.
पनडुब्बी के भीतर कम रोशनी की वजह से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और वह पानी से भर गई थी. उसके भीतर के सभी उपकरण अपनी जगह से हट गए थे और उसमें पहुंच बना पाना बहुत कठिन था. नौसेना इस पनडुब्बी को निकालने के काम में एक डच कंपनी की मदद लेने के बारे में भी सोच रही है.