फेसबुक पर दोस्ती करें तो जरा संभलकर. अपराधी इसे गलत तरह से भी इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे जुड़ा अपराध का एक नया मामला सामने आया है. एक लड़की ने एक आदमी से फेसबुक पर दोस्ती की, फिर मुलाकात के लिए बुलाया और जब वे मिलने आया तो उसे किडनैप कर लिया. किडनैप होने वाला आदमी एक चार्टड अकाउंटेंट (सीए) था.
पेशे से चार्टड अकाउंटेंट 40 वर्षीय अरुण वाही लुधियाना का रहने वाला है. एक दिन उसके पास मोनिका नाम की एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. अरुण ने रिक्वेस्ट कुबूल कर ली. इसके बाद दोनों में बातचीत शुरू हुई. लड़की थोड़ा फ्रैंक हुई तो बात मुलाकात तक पहुंच गई.
अरुण और मोनिका (फेसबुक वाला नाम) ने मिलने के लिए वक्त और जगह मुकर्रर की. दोनों ने दिल्ली के जनकपुरी में मिलने की योजना बनाई.
17 दिसंबर को अरुण वाही लगभग साढ़े तीन सौ किलोमीटर चलकर दिल्ली में उस जगह पहुंच गया, जो जगह मुलाकात के लिए तय थी. वहां मोनिका अपने दो नाइजीरियन दोस्तों के साथ मौजूद थी. इनके पास एक कैब थी. अरुण भी कैब में बैठ गया. कैब में बैठने के कुछ देर बाद वह बेहोश हो गया. जब उसे होश आया तो खुद को एक कमरे में कैद पाया.
तब अरुण को समझ आया कि मोनिका एक धोखा थी, जिसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसे किडनैप कर लिया था. इसके बाद, मोनिका और उसके दोनों साथियों ने अरुण वाही की रिहाई के लिए एक करोड़ की फिरौती मांग ली. लुधियाना में मौजूद अरुण के परिजनों ने 4 लाख रुपये मोनिका के अकाउंट में डलवा दिए.
उधर, अरुण के परिजनों ने पुलिस को जानकारी दे दी. पुलिस लगातार मोनिका का फोन टैप कर रही थी. पुलिस को जब लगा कि अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा सकता है तो छापा मारा. सीआर पार्क के एक मकान से मोनिका और उसके दोनों नाइजीरियन साथी पकड़ लिए गए. पुलिस ने सीए अरुण वाही को सही सलामत छुड़ा भी लिया.
पुलिस ने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी के बाद मोनिका के खातों की तलाश जारी है. पुलिस को शक है कि मोनिका के साथियों ने अरुण के साथ मोनिका की अश्लील वीडियो भी बना रखी है, पुलिस इसकी भी जांच में जुटी है.