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अविश्वास प्रस्ताव: 328 सांसदों ने दिया था भरोसा, पर आखिरी पलों में ये 3 सांसद मोदी को दे गए दगा

अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में यानी सरकार के पक्ष में 325 वोट गिरे जबकि अविश्वास के समर्थन यानी सरकार के विरोध में सिर्फ 126 वोट गिरे. बता दें कि सदन में सिर्फ 451 सांसद मौजूद थे. यानी जितने सांसद मौजूद थे उसे देखते हुए सरकार ने दो तिहाई का आंकड़ा पार कर लिया. आंकड़ों के लिहाज से ये मोदी सरकार की दमदार जीत मानी जाएगी.

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अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान लोकसभा
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान लोकसभा

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शुक्रवार को दिन भर की मैराथन बहस के बाद जब अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई तो जो नतीजा स्क्रीन पर फ्लैश हुआ वो मोदी सरकार की धमक का बखान कर गया. लेकिन इस बीच भाजपा के तीन सांसदों ने वोट नहीं दिया.

दरअसल, अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में यानी सरकार के पक्ष में 325 वोट गिरे जबकि अविश्वास के समर्थन यानी सरकार के विरोध में सिर्फ 126 वोट गिरे. बता दें कि सदन में सिर्फ 451 सांसद मौजूद थे. यानी जितने सांसद मौजूद थे उसे देखते हुए सरकार ने दो तिहाई का आंकड़ा पार कर लिया. आंकड़ों के लिहाज से ये मोदी सरकार की दमदार जीत मानी जाएगी.

बीजेपी समर्थक 3 सांसदों ने नहीं डाला वोट

बीजेपी के पास सदन में 328 सांसदों का आकड़ा था और उनके पक्ष में 325 वोट गिरे. ऐसे में सवाल उठता है कि वो तीन सांसद कौन हैं जिन्होंने वोट नहीं दिया. हालांकि, इसका पता अभी नहीं चल पाया है.

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अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के दौरान सदन में एनडीए सरकार के पक्ष में कुल 328 सांसद थे. इनमें बीजेपी के 271 सांसद, एआईएडीएमके के 37 सांसद, एलजेपी के 6 सांसद, अकाली दल के 4 सांसद, जेडीयू के 2 सांसद, आरएलएसपी के 2 सांसद और अपना दल के 2 सांसद मौजूद रहे.

वहीं, रिपब्लिकन पार्टी , नागा पीपुल फ्रंट, नेशनल पीपुल पार्टी और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 1-1 सांसदों ने भी सरकार के पक्ष में वोट किया. ऐसे में सरकार के पक्ष में डाले गए वोटों का आंकड़ा 328 होना चाहिए था. ऐसे में वो 3 सांसद कौन हैं जिन्होंने वोट नहीं दिया, इसका पता अभी नहीं चल पाया है.

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