जयपुर में हाल में संपन्न हुई 64वीं राष्ट्रीय तैराकी चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ महिला तैराक चुनी गयी रिचा मिश्रा सहित तीन तैराक को डोपिंग का दोषी पाया गया है. इनमें से दो खिलाड़ी अगले महीने होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में शामिल हैं.
रिचा के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों के लिये भारतीय टीम में शामिल ज्योत्सना पनसारे और अमर मुरलीधरन भी डोप परीक्षण में पाजीटिव पाये गये. इनको विश्व डोपिंगरोधी एजेंसी (वाडा) से प्रतिबंधित शक्तिवर्धक दवा मीथेलहेक्सानियामाइन के सेवन का दोषी पाया गया है.
भारतीय तैराकी महासंघ के सचिव वीरेंद्र नानावटी ने इसकी पुष्टि की और कहा कि यदि बी नमूना भी पाजीटिव रहा तो रिचा और ज्योत्सना को टीम से हटा दिया जाएगा.
नानावटी ने कहा कि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने हमें तीन तैराकों के डोप परीक्षण में असफल रहने के बारे में सूचित किया है. उनके नमूने जयपुर में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान लिये गये थे.
उन्होंने कहा कि वे ‘बी’ नमूने की जांच के लिये कह सकते हैं लेकिन यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा. यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम देखेंगे कि क्या होता है. यदि रिचा और ज्योत्सना का ‘बी’ नमूना भी
पाजीटिव रहता है तो हम उन्हें टीम से बाहर कर देंगे. मैं नहीं कह सकता कि हम उनकी जगह पर दूसरे खिलाड़ियों को रखेंगे या नहीं.
इन तीनों में से मुरलीधरन इससे पहले 2003 में भी डोपिंग में पकड़ा गया था लेकिन अगले साल उसे पाक साफ करार दे दिया गया था. राष्ट्रमंडल खेलों के टूर्नामेंट निदेशक (तैराकी) राकेश गुप्ता ने कहा कि इन तीनों को मीथेलहेक्सानियामाइन के सेवन के लिये पाजीटिव पाया गया है. {mospagebreak}
रिचा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान तीन वैयक्तिक स्वर्ण पदक जीते थे. इनमें से उन्होंने 200 मीटर वैयक्तिक मेडले में मीट रिकार्ड बनाया था. ज्योत्सना ने 100 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण पदक जीता था.
इन तीन तैराकों से पहले छह पहलवान और दो एथलीट भी प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाये गये थे. इस सूची में अर्जुन पुरस्कार विजेता राजीव तोमर, सुमित (74 किग्रा) , मौसम खत्री (96 किग्रा), महिला
पहलवान गुरशरणप्रीत कौर (72 किग्रा), राहुल मान (60 किग्रा) और जोगिंदर सिंह (120 किग्रा) शामिल थे.
एथलीटों में गोला फेंक के खिलाड़ी सौरभ विज और चक्का फेंक के आकाश एंतिल भी डोप परीक्षण में असफल रहे थे. यही नहीं नेटबाल खिलाड़ी मेघा चौधरी भी प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की दोषी पायी गयी है.