आंध्र प्रदेश में विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के तीन विधायकों को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में विधानसभा से मंगलवार (23 जुलाई) को निलंबित कर दिया गया. टीडीपी के तीन विधायक अचनायडू, गोरांतला बुचैया चौधरी और निम्मला रामनायडु को शेष बजट सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि पिछड़ा वर्ग, एससी, एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के लिए पेंशन पर सरकार की प्रतिक्रिया का विरोध करते हुए टीडीपी विधायक सदन में अध्यक्ष के आसन तक चले गए और नारेबाजी करने लगे. इसके बाद विधायी मामलों के मंत्री बग्गना राजेंद्रनाथ ने तीनों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा.
सत्तारूढ़ पार्टी (वाईएसआर कांग्रेस) ने आरोप लगाया कि टीडीपी विधायक कई विषयों पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय देने के बावजूद जानबूझकर परेशान कर रहे हैं, इसलिए विधायकों को निलंबित किया गया.
यह मुद्दा प्रश्नकाल के दौरान सामने आया, जब टीडीपी सदस्यों ने वाईएसआर कांग्रेस के 45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं (पिछड़ा वर्ग, एससी, एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय) को पेंशन देने के वादे का जिक्र किया. मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने साफ किया कि उन्होंने शुरुआत में 45 साल की महिलाओं को पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन बाद में उन्होंने टीडीपी के सुझाव पर इसे संशोधित कर दिया.