टिकट, रिजर्वेशन, एजेंसी, इलायची, ब्लैक ब्यूटी...इस तरह के करीब 70 कोडवर्ड हैं, जिन्हें इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी देश में हमले के लिए साजिश रचने के दौरान इंटरनेट पर चैटिंग के दौरान उपयोग करते हैं.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह खुलासा पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए गए इंडियन मुजाहिदीन के सरगना तहसीन अख्तर उर्फ मोनू से पूछताछ में हुई है. अख्तर को बम बनाने में विशेषज्ञ उसके सहयोगी जिया उर रहमान उर्फ वकास को राजस्थान के पास भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर होने देने की शर्त पर कहा, 'इस तरह के कोडवर्ड आतंकवादी ईमेल अथवा चैटिंग के दौरान उपयोग करते हैं, जिससे पहचान जाहिर न हो.'
सूत्र ने कहा कि आतंकवादियों के पास हर चीज के लिए कोडवर्ड हैं, चाहे वह अत्याधुनिक हथियार, शहर, राज्य, देश अथवा जांच एजेंसी ही क्यों न हो. इतना ही नहीं, आतंकवादियों को भी गुप्त नाम से पुकारा जाता है.
सूत्र ने कहा, 'दिल्ली को वे शाम, मुंबई को गांव, पुणे को मेट्रो, गुजरात को जेजु और इंडिया को इंड के नाम से बुलाते हैं.'
इसी तरह एजेंसी के नाम रखे गए हैं. पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस को 'एजेंसी', भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी को 'NI', सिमी को 'ब्लैक ब्यूटी' और अलकायदा को 'वाघ' नाम से बुलाया जाता है.
इसी तरह कुछ अन्य मजेदार कोड वर्ड हैं. पिस्तौल के लिए 'टिकट' या 'चालू', विस्फोटक के लिए 'कालुंगी', एके-47 के लिए 'रिजर्वेशन' और डेटोनेटर के लिए 'इलायची' शब्द का प्रयोग किया जाता है.
सूत्र ने बताया कि इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में से एक इकबाल भटकल को 'बेबू', उसके भाई रियाज भटकल को 'चाटा' नाम दिया गया है. इसी तरह पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया यासीन भटकल को 'जेजे' या 'टीबी' नाम दिया गया है. यानी इन दिनों न्यायिक हिरासत में है.
इसी तरह पुलिस को यह जानकारी देने वाले और हाल में गिरफ्तार किए गए तहसीन अख्तर को 'हास' या 'हाजिस' नाम दिया गया है, जबकि उसके साथी रहमान को 'जाद' नाम से पुकारा जाता है.