गणतंत्र दिवस के 64 साल पूरे होने पर आज पूरा देश जश्न मना रहा है. आज राजपथ से लाल किले तक देश की ताकत और अखंडता का प्रदर्शन होगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा सख्त है. दिल्ली से मुंबई तक और श्रीनगर से इम्फाल तक सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है.
ऐसी होगी परेड
परेड की सलामी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी लेंगे और परेड के मुख्य अतिथि भूटान के राजा जिग्मे खेसर वांगचुक रहेंगे. सेना के चार हेलिकॉप्टर राजपथ के आसमान पर उड़ान भरेंगे. एक हेलिकॉप्टर तिरंगा लिए होगा तो बाकियों पर सेना के तीनों अंगों के झंडे लहराएंगे.
इसके अलावा विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों की 19 झांकियां भी परेड में आकर्षण का केंद्र रहेंगी. एमबीटी अर्जुन टैंक से लेकर हथियारों से लैस एंबुलेंस और ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर रॉकेट पिनाका भी राजपथ पर देखा जा सकेगा. डीआरडीओ की झांकी में अग्नि-5 मिसाइल शामिल की गई है.
सुरक्षा सबसे अहम
गणतंत्र दिवस के मौके पर सुरक्षा एजेंसियां कोई रिस्क नहीं लेना चाहतीं हैं. दिल्ली में जमीन से आसमान तक ऐसी पुख्ता सुरक्षा की गई कि परिंदा भी पर ना मार सके. परेड के रास्ते में ऊंची इमारतों पर कमांडो तैनात हैं, तो राष्ट्रीय सुरक्षा गार्डों की भी तैनाती है.
राजपथ और लाल किले के बीच 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. कई जगहों पर विशेष वाहन, नई हाईटेक पीसीआर और क्यूआरटी दस्ते की तैनाती की जा रही है. गटर के ढक्कनों को सील किया गया है. दिल्ली में सुरक्षाबलों के 25 हजार जवानों को तैनात किया गया है. परेड के रास्ते में यानी राजपथ से लाल किले तक भी कड़ी नजर रखी जा रही है.