भारत सरकार ने सोमवार को देश में चल रहे 59 चाइनीज़ मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया है. इनमें टिकटॉक, वी-चैट, शेयर इट समेत कई फेमस ऐप शामिल हैं. चीन के साथ जारी तनातनी और लोगों में चीन के खिलाफ गुस्से के बीच इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है. डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम ने भी इस फैसले का स्वागत किया है.
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने सोमवार रात इसको लेकर ट्वीट किया और कहा कि ये है भारत की डिजिटल क्रांति.
Proudly Indian.
दिल से, दिमाग़ से।
और डंके से , भारतीय ।।#Paytm 🇮🇳 pic.twitter.com/Zc3UEfzG2w
— Vijay Shekhar Sharma (@vijayshekhar) June 29, 2020
विजय शेखर ने लिखा कि राष्ट्र हित में ये एक बड़ा फैसला है, जो देश में आत्मनिर्भर ऐप को बढ़ावा देगा. यही वक्त है कि भारत के यंग स्टार्टअप शुरू करने वाले शानदार मोबाइल ऐप बनाएं. आगे उन्होंने लिखा कि ये है भारत की डिजिटल क्रांति, आत्मनिर्भर भारत.
आपको बता दें कि पेटीएम भारत का ऐसा देसी ऐप है, जिसने काफी कम समय में हर मोबाइल फोन तक अपनी पकड़ बना ली है.
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पेटीएम को भी सहना पड़ रहा विरोध
हालांकि, चीन के खिलाफ जारी विरोध का असर पेटीएम पर भी पड़ा है. दरअसल, भले ही पेटीएम भारतीय ऐप हो और इसका फाउंडर भी भारतीय हो. लेकिन इसमें चीनी कंपनी अलीबाबा का बड़ा इन्वेस्टमेंट है. अलीबाबा जैक मा की कंपनी है, जो यूसी ब्राउज़र के भी मालिक हैं और यूसी ब्राउज़र को भी बैन किया गया है.
भारत सरकार ने सोमवार को टिकटॉक समेत कुल 59 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया है. सरकार की ओर से कहा गया है कि ये सभी ऐप देश की सुरक्षा के लिए खतरा थे. बता दें कि कई बार स्टडी में सामने आया है कि भारत में मौजूद चीनी ऐप डाटा चोरी का काम कर रही थीं, यही कारण है कि इसकी मांग उठ रही थी.