अधिकतर लोगों की आदत होती है कि वो एटीएम से कम पैसे निकालते हैं. ऐसे लोगों का मानना है कि ऐसा करने से खर्चे पर लगाम कसी जा सकेगी. इस तरह ऐसे लोग कई बार एटीएम का इस्तेमाल करते हैं. कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं और एकाउंट बैलैंस चेक करने के लिए एटीएम का इस्तेमाल करते हैं. अगर आप इनमें से किसी कैटेगरी में आते हैं तो आपको अपनी आदत बदल लेनी चाहिए क्योंकि आरबीआई ने एटीएम इस्तेमाल की फीस को लेकर नए गाइडलाइंस जारी किए हैं. एटीएम इस्तेमाल के तहत कैश निकालना, एकाउंट बैलेंस चेक करना या मिनी स्टेटमेंट लेना शामिल है.
रिजर्व बैंक के नए नियम के तहत बैंक के एटीएम का महीने में पांच बार मुफ्त इस्तेमाल किया जा सकता है जबकि अन्य बैंकों के एटीएम का तीन बार मुफ्त उपयोग किया जा सकेगा. देश के सिर्फ छह महानगरों- मुंबई, नई दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू और हैदराबाद में दूसरे बैंक के एटीएम में हर महीने मुफ्त इस्तेमाल की संख्या घटाकर तीन कर दी गई है जिसके बाद ग्राहक को वित्तीय लेन-देन के लिए 20 रुपए और गैर-वित्तीय लेन-देन के लिए 8.50 रुपए खर्च करने होंगे. गैर-मेट्रो शहरों में दूसरे बैंक के एटीएम का हर महीने एटीएम का पांच बार मुफ्त इस्तेमाल किया जा सकेगा जिसके बाद शुल्क लगेगा.
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने यह फैसला एक नवंबर से जबकि एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक ने इसे पहली दिसंबर से लागू कर दिया है. देश के सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई ने एक जनवरी 2015 से अपने एटीएम शुल्क में बढ़ोतरी का ऐलान किया है.
एटीएम के इस्तेमाल का मसला बेहद विवादास्पद रहा है क्योंकि बैंकों को एक दूसरे को इंटर-लिंकिंग के लिए फीस देनी होती है. इसके अलावा पिछले साल बेंगलुरू में एटीएम पर हुई लूट जैसी घटनाओं के बाद ऑपरेशन कॉस्ट बढ़ गया जिससे लेन-देन फीस पर चर्चा शुरू हो गई है.
आरबीआई के नए नियमों का असर देश की अधिकतर जनता पर पड़ रहा है. ऐसे में हम आपको यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं जिससे एटीएम ट्रांजैक्शन के नए नियमों के बाद भी आपकी जेब पर असर नहीं पड़ेगा.
1. कैश ट्रांजैक्शन से बचें:
अगर आप उन लोगों में हैं जो हर खरीदारी और अन्य वित्तीय लेनदेन के लिए कैश ट्रांजैक्शन का इस्तेमाल करते हैं तो आप दूसरा रास्ता भी अपना सकते हैं. आप हर बार कैश का इस्तेमाल करने के बजाय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, क्रेडिट और डेबिट कार्ड, चेक और डिमांड ड्राफ्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
2. कम पैसे निकालने की आदत बदलें
एटीएम ट्रांजैक्शन की फीस बढ़ने के बाद आप इस बात का खासतौर पर खयाल रखें कि एटीएम से कम-कम रकम न निकालें.
3. कैश निकालने के लिए बैंक जाएं:
अगर आपको बड़ी मात्रा में कैश निकालना हो तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप एटीएम जाने के बजाय बैंक की शाखा में जाएं. हालांकि, बैंक की शाखा में जाने से आपको थोड़ी असुविधा हो सकती है लेकिन एटीएम ट्रांजैक्शन फीस से बचने के लिए यह अच्छा आइडिया है. हालांकि, अगर महीने में केवल एक बार ही इस तरह का कैश निकालने की जरूरत पड़े तो बैंक में लाइन लगाने से बेहतर है कि थोड़ा चार्ज देकर एटीएम का ही इस्तेमाल कर लें.
4. स्टेटमेंट के लिए ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल
अधिकतर लोग अपने एकाउंट का स्टेटमेंट चेक करने, मिनी स्टेटमेंट लेने या हालिया ट्रांजैक्शन का प्रिंट लेने के लिए एटीएम का इस्तेमाल करते हैं. एटीएम इस्तेमाल के तहत कैश निकालना, एकाउंट बैलेंस चेक करना या मिनी स्टेटमेंट लेना शामिल है, ऐसे में एकाउंट स्टेटमेंट के लिए आप एटीएम जाने के बजाय ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा का फायदा उठा सकते हैं.