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कर्नाटक में टीपू जयंती के लिए कड़ी सुरक्षा, मदिकेरी में बसों पर पथराव

मदिकेरी में टीपू जयंती का विरोध करने वालों को पुलिस ने अरेस्‍ट किया है। उनपर बस में तोड़फोड़ करने और काले झंडे दिखाने का आरोप है।

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कर्नाटक सरकार इस साल भी टीपू सुल्‍तान की जयं‍ती मना रही है.
कर्नाटक सरकार इस साल भी टीपू सुल्‍तान की जयं‍ती मना रही है.

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कर्नाटक सरकार इस साल भी टीपू सुल्‍तान की जयं‍ती मना रही है. टीपू जयंती पर होने वाले समारोहों के मद्देनजर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था की गई है. वहीं, मदिकेरी में टीपू जयंती का विरोध कर रहे लोगों ने परिवहन निगम की बस पर पथराव किया, जिससे बस के शीशे टूट गए. बता दें, राज्य की सिद्धारमैया सरकार पिछले दो साल से टीपू जयंती मना रही है.

मदिकेरी में विरोध करने वाले अरेस्‍ट

इससे पहले मदिकेरी में टीपू जयंती का विरोध करने वालों को पुलिस ने अरेस्‍ट किया. उनपर बस में तोड़फोड़ करने और काले झंडे दिखाने का आरोप है. हुब्‍ली और कोडागू में भी विरोध करने वालों को अरेस्‍ट किया गया है.

जुलूस निकालने की इजाजत नहीं  

बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त टी. सुनील कुमार के मुताबिक- 'शहर में सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम को छोड़कर किसी भी जुलूस की इजाजत नहीं है. कार्यक्रम में कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था की गई है. संवेदनशील स्थानों पर भी हम नजर बनाए हुए हैं.

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कितनी फोर्स तैनात

- कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की 30 टुकड़ियां

- 25 सशस्त्र दल

- शहर के पुलिसकर्मी और अधिकारी

- होमगार्ड के जवान

कौन थे टीपू सुल्‍तान

टीपू सुल्तान का जन्‍म 10 नवम्बर 1750 को कर्नाटक के देवनाहल्ली (यूसुफ़ाबाद) में हुआ था. उनका पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था. उनके पिता हैदर अली मैसूर साम्राज्य के सेनापति थे. जो कि 1761 में मैसूर साम्राज्य के शासक बने. अपने पिता के बाद टीपू सुल्तान 1782 में मैसूर की गद्दी पर बैठे। 4 मई 1799 को 48 वर्ष की आयु में कर्नाटक के श्रीरंगपट्टन्नम में अंग्रेजों का सामना करते हुए टीपू वीरगति को प्राप्त हुए.

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