तिरुपति में 20 मजदूरों के कथित एनकाउंटर का मामला गरमाता जा रहा है. एनकाउंटर के दौरान मौके से भागे हुए मजदूर शेखर ने कहा कि वो घटना से जुड़े कई खुलासे कोर्ट के सामने करेगा.
मद्रास हाईकोर्ट ने इससे पहले मामले में 20 मजदूरों में से 6 के शव की फिर से पोस्टमार्टम की संभावनाओं की बात कही. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, काफी दिनों से डर की वजह से छिपे हुए 50 साल के शेखर अपने मृतक पड़ोसी महेंद्रन को देखने के लिए बाहर आए थे. महेंद्रन की भी सोमवार को तिरुपति फायरिंग में मौत हो गई थी.
शेखर ने कहा कि मैं इस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर सकता. शेखर ने बताया कि वो भी मजदूरों
के साथ उस दिन था. लेकिन मजदूरों के साथ न बैठने की बजाय एक महिला के साथ होने की वजह से पुलिस को इस बारे में पता नहीं चल पाया. जिसके बाद वो
वहां से भाग निकलने में कामयाब हुए.
शेखर ने कहा कि वो सच पुलिस और कोर्ट के सामने बताने के लिए तैयार है. करीबी सूत्रों के मुताबिक, शेखर सुरक्षा की वजह से एनएचआरसी और कोर्ट में गवाही देने को तरजीह दे रहा है.
याद रहे कि तिरुपति के पास शेषाचलम के जंगलों में लाल चंदन एंटी टास्क फोर्स ने 20 मजदूरों को चंदन तस्कर बताकर मार गिराया था. पुलिस का कहना है कि तस्करों को पकड़ने के दौरान हुई मुठभेड़ के बाद 20 कथित तस्कर मार गिराए गए.