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दिल्‍ली में टीएम कृष्णा का कॉन्सर्ट, राम-रहीम के नाम से की शुरुआत

कर्नाटक संगीत के मशहूर गायक टीएम कृष्णा दिल्ली की 'आप' सरकार के आमंत्रण पर शनिवार शाम गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज में‘आवाम की आवाज’कार्यक्रम में प्रस्तुति दे रहे हैं.

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कॉन्‍सर्ट आवाम की आवाज(फोटो-AAP Twitter)
कॉन्‍सर्ट आवाम की आवाज(फोटो-AAP Twitter)

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कर्नाटक संगीत के मशहूर गायक टीएम कृष्णा दिल्ली की 'आप' सरकार के आमंत्रण पर शनिवार शाम गार्डन ऑफ फाइव सेंसेज में‘आवाम की आवाज’कार्यक्रम में प्रस्तुति दे रहे हैं. ये कार्यक्रम दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित किया गया है.

गौरतलब है कि नेहरू पार्क में होने वाले कृष्णा के 17 नवंबर के संगीत समारोह को एएआई द्वारा रद्द किए जाने के बाद आप सरकार कृष्णा के अन्य समारोह का आयोजन करने के लिए आगे आई.

टीएम कृष्‍णा ने कॉन्‍सर्ट में अपने संगीत की शुरुआत सभी भगवानों के नाम के साथ की. उन्‍होंने राम, रहीम, अल्‍लाह, येशु, विष्‍णु और पुरुषोत्‍तम जैसे नाम लिए.  

वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कृष्‍णा से कहा कि आपका यहां आना संदेश है कि देश सबका है. हर जाति, हर धर्म, हर संप्रदाय का है. हिन्दू, मुस्लिम, सिख, गुजराती, मराठी, तमिल का भी है. दुनिया मे सिर्फ भारत देश में विविधता है, इसे कमजोर नहीं होने देंगे. दिल्‍ली वालों ने यहां आकर एक दृढ़ संदेश दिया है.

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इस दौरान आयोजकों ने क‍हा कि मैं सीएम केजरीवाल की बात को सही करना चाहूंगा. ये देश नास्तिकों का भी है, जो भगवान में विश्‍वास नहीं करते.

आगे आयोजकों ने कहा कि टीएन कृष्‍णा के कॉन्‍सर्ट को रद्द करने के लिए हम केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं, जिनकी वजह से इतनी मीडिया का अटेंशन मिला.

टीएम कृष्‍णा ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि मैं कहां हुं, लेकिन मैं काफी खुश हूं.

वहीं, दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज कहा कि पूरी दिल्ली में पिछले दो साल से आवाम की आवाज कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. बहुत कम वक्त में इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया है.

इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर आप सम्मिलित भारत में विश्वास रखते हैं, ऐसा भारत जो सभी धर्म, विचारधारा, जाति से बना हो, तो शनिवार को आपकी उपस्थिति बांटने और बर्बाद करने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ एक स्टेटमेंट होगा.

गायक और एक्टिविस्ट टीएम कृष्णा ने इससे पहले कहा था कि कला का राजनीतिकरण होना चाहिए. उन्होंने टाटा लिट फेस्ट मुंबई में कहा था कि कला कभी अराजनीतिक नहीं रहा. राजनीति एक खराब शब्द नहीं है. राजनीतिकरण का मतलब, लोगों को जोड़ना है.

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कृष्णा ने कहा कि वे नहीं समझते हैं कि कोई कैसे बिना एक्टिविस्ट हुए जिंदा रह सकता है. लोकसभा सासंद और डांसर सोनल मानसिंह की आलोचना करते हुए उन्होंने इंडिया टुडे से कहा- 'उनके लेख (सोनल के) मेरी पॉलिटिकल पोजिशननिंग को लेकर है. वह कहना चाहती हैं कि मेरे इवेंट कैंसल होने के पीछे कोई राजनीति नहीं है. तो फिर क्यों उन्होंने पूरी तरह मेरी पॉलिटिकल पोजिशननिंग जो कि मोदी सरकार के खिलाफ है, को लेकर लेख लिखा है.'

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