पिछले लंबे समय से चल टीएमसी और बीजेपी में चल रहे विवाद के बीच एक ओर नया मोड़ आया है. इस बार भी मामला केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो से जुड़ा है. बाबुल सुप्रियो के संसदीय क्षेत्र आसनसोल में 12 जनवरी को डिवजनल रेलवे स्टेशन में होने वाले सांसद मेले को स्थानीय अधिकारियों की अनुमति ना मिलने से विवाद खड़ा हुआ है.
इस कार्यक्रम में बाबुल सुप्रियो के अलावा दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी भी शामिल होने वाले थे लेकिन कार्यक्रम के ऐन पहले आसनसोल नगर निगम ने कार्यक्रम को अनुमति देने से मना कर दिया. नगर निगम के
मेयर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि आसनसोल के लोग पिछले ढाई साल से बाबुल सुप्रियो का खेल देख रहे हैं और अब वह पूरा मेला दिखाना चाहते हैं लेकिन उसके लिए उन्हें सभी नियमों का पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि इस
मामले को लेकर हमनें एक कमेटी गठित की है जिसने स्कूल और प्रदूषण से जुड़े मामलों को उठाया है.
उसके साथ ही वहां पर लोगों के निकलने को लेकर भी कुछ समस्या है हमनें पहले सभी मसलों को सुलझाने के लिए कहा है जिसके बाद ही हम अनुमति देंगे. लेकिन वह इस मामले को सुलझाने में इच्छुक नहीं दिख रहे हैं. वहीं इस मुद्दे को लेकर बाबुल सुप्रियो लगातार ट्वीट कर रहे हैं, उनका मकसद है कि किसी भी तरह यह मेला आसनसोल में ही होगा.
उन्होंने कहा कि जबसे पीएम मोदी ने रूपा गांगुली को सांसद बनाया है तभी से बाबुल सु्प्रियो परेशान लग रहे है क्योंकि उन्हें लगता है कि रूपा गांगुली को मंत्री पद दिया जाएगा और उन्हें हटा दिया जाएगा. वह यह सब पीएम की नजरों में आने के लिए कर रहे है.
वहीं सांसद मेले के आयोजकों का कहना है कि हमें निगम की ओर से पत्र मिल गया है हम उसका जल्द ही जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि हमनें सभी जरुरती कागज हाईकोर्ट में दे दिए हैं क्योंकि मेयर ने हमसे मिलने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि अभी तक विक्टोरिया हाउस के सामने किसी भी राजनीतिक दल का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ है, लेकिन हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद हम इसका आयोजन करेंगे.