पश्चिम बंगाल में गुरुवार को पंचायत चुनाव का पहला चरण प्रारंभ हो गया और पश्चिम मिदनापुर जिले में साबोंग इलाके में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष में 11 लोग घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि घायलों में ग्राम पंचायत के लिए तृणमूल कांग्रेस का उम्मीदवार शामिल है. इस घटना में घायल हुए पांच लोगों को मिदनापुर सदर अस्पताल ले जाया गया है.
एक अन्य घटना में पश्चिमी मिदनापुर जिले में खादुरदाह ग्राम पंचायत क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर माकपा के वरिष्ठ नेता सूर्य कांतो मिश्रा की स्थानीय तृणमूल समर्थकों से नोकझोंक हो गई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मतदान केंद्र के बाहर आने के बाद मिश्रा की कुछ लोगों से बहस हो गई जहां वह वोट डालने आए थे लेकिन उनके साथ धक्का मुक्की नहीं हुई. उन्हें बाद में सुरक्षा में कार तक लाया गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मतदान केंद्र से बाहर आने के बाद मिश्रा ने संवाददाताओं से शिकायत की कि वामदलों को स्थानीय ग्रामीण निकायों के चुनाव में बाहरी लोगों को उतारने को मजबूर किया गया और क्षेत्र में उनके कैडरों को तृणमूल की धमकी का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि इससे वहां मौजूद तृणमूल कार्यकर्ता उत्तेजित हो गए और मिश्रा के साथ बहस करने लगे, लेकिन स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया गया और उन्हें सुरक्षा में लेकर कार तक पहुंचाया गया.
बहरहाल, तृणमूल का दावा है कि मिश्रा मतदान क्षेत्र में निराधार आरोप लगा रहे थे जबकि माकपा का आरोप है कि विधानसभा में विपक्ष के नेता से धक्का मुक्की की गई. गौरतलब है कि पहले चरण के पंचायत चुनाव के तहत इस जिले के साथ बांकुरा और पुरूलिया की पंचायत समितियों और ग्राम पंचायत के अलावा 67 जिला परिषदों के लिए चुनाव कराए जा रहे हैं.