पश्चिम बंगाल में 91 नगर निकायों के लिए हो रहे चुनाव में शनिवार को मतदान को दौरान हिंसा भड़क उठी. टीएमसी के एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिसके बाद बवाल और बढ़ गया. आरोप लगाया जा रहा है कि हत्या कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने की है.
मरने वाले की पहचान इंद्रजीत सिंह के रूप में हुई है. घटना के वक्त वह कतवा के वार्ड नंबर 14 में पोलिंग बूथ के बाहर मौजूद था. कार्यकर्ता की हत्या को लेकर टीएमसी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है. इंद्रजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
पुलिस के अनुसार, बांकुरा सोनामुखी इलाके में जमकर हिंसा भड़की. इस दौरान टीएमसी के एक कार्यकर्ता को हथियार लहराते हुए देखा गया. छानबीन के दौरान इलाके से बम भी बरामद हुआ.
कुल 7636 उम्मीदवार मैदान में
राज्य के 91 नगर निकायों के लिए हो रहा चुनाव शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया. राज्य के निर्वाचन आयुक्त एस आर उपाध्याय ने बताया, ‘शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ की 35 कंपनियां तैनात की गयी हैं.' संवेदनशील मतदान केंद्रों में कुल 91 पर्यवेक्षकों और चार विशेष पर्यवेक्षकों को पूरी मतदान प्रक्रिया की सीधे तौर पर निगरानी करने के लिए नियुक्त किया गया है.
चुनाव में करीब 74 लाख लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे जबकि कुल 7636 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मतदान 8756 केंद्रों पर हो रहा है जिनमें से 2318 को संवेदनशील और 2142 को अत्याधिक संवेदनशील घोषित किया गया है. यह चुनाव शहरी मतदाताओं के बीच तृणमूल कांग्रेस की लोकप्रियता की परीक्षा होगी.
उधर , लोकसभा चुनाव के बाद से ही राज्य में बड़ी ताकत बनकर उभरने की इच्छा रखने वाली बीजेपी के लिए भी कड़ी परीक्षा है जबकि कांग्रेस अपने कुछ खास क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए मशक्कत कर रही है.
-इनपुट भाषा