प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय की कुलपति मालबिका सरकार ने कहा कि वह विश्वविद्यालय के कई विभागों में कल की गयी तोड़फोड़ को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखेंगी. उन्होंने साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हमलावरों की पहचान करने के लिए मामले की गंभीरता से जांच कराने की अपील की है. सरकार ने कहा कि जब छात्रों को पीटा गया और छात्राओं के साथ र्दुव्यवहार किया गया तब पुलिस एक तरफ चुपचाप खड़ी रही.
मालबिका सरकार ने कहा, ‘प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय किसी दूसरे शैक्षणिक संस्थान की तरह नहीं है. कल जो हुआ वह चौंकाने वाला था. मैं (राज्यपाल को) पत्र लिखूंगी कि हमलवारों के हाथों में तृणमूल कांग्रेस के झंडे थे और वह कैसे विश्वविद्यालय में घुस आए और कई विभागों में तोड़फोड़ की.’ सरकार ने कहा, ‘यह मेरी जिम्मेदारी है. मैं उनसे सलाह मांगूंगी. मैंने कल राज्यपाल कार्यालय को घटना की जानकारी भी दी थी.’ सरकार ने कहा कि जब छात्रों को पीटा गया और छात्राओं के साथ र्दुव्यवहार किया गया तब पुलिस एक तरफ चुपचाप खड़ी रही.
उन्होंने कहा, ‘जब हमने उनसे कार्रवाई करने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि उनके पास कोई आदेश नहीं है. फिर वह वहां क्यों थे? क्या वह पर्यटक बनकर आए थे? मैंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की और उन्होंने हमें पूरी सुरक्षा का भरोसा दिलाया.’ कुलपति ने कहा कि वह घटना के विरोध में छात्रों के साथ शामिल होंगी.
उन्होंने बताया कि उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री ब्रत्य बासु को भी घटना के बारे में बताया है. प्रसिद्ध साहित्यिकार महाश्वेता देवी ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे राज्य की छवि खराब होती है.’