आपको अगर छरहरी काया से लगाव है या आप अपने मधुमेह के स्तर को काबू में रखना चाहते हों तो आपको अपने खान पान में शतावरी, वज्रांगी और लहसुन को शामिल करना होगा.
एक अध्ययन में पता चला है कि शतावरी, वज्रांगी (आर्टीचोक) और लहसुन के प्रयोग से मोटापे और मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है. ‘द डेली टेलीग्राफ’ के अनुसार शोधकर्ताओं ने पाया है कि लहसुन, शतावरी और वज्रांगी में प्रचुर मात्रा में काबरेहाइड्रेट पाया जाता है जिसका सेवन करने से भूख लगने की प्रवृत्ति कम हो जाती है और साथ ही इसके प्रयोग से मानव शरीर में मधुमेह के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है.
शोधकर्ताओं के अनुसार लहसुन, शतावरी और वज्रांगी आंत के हार्मोन के स्राव में क्रियाशील होते हैं जो भूख लगने की प्रवृत्ति को कम करता है. ये हार्मोन, इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं. इंसुलिन संबंधी हारमोन का निर्माण पाचकग्रंथि द्वारा होता है, जो कि शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज के प्रवेश को होने देता है. इस प्रक्रिया से ग्लूकोज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.