भारत में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) की गतिविधियों को फैलाने के लिए 25 विदेशी महिला और पुरुष हैंडलर अलग-अलग देशों में बैठकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं. ये हैंडलर भारतीय युवाओं को जिहादी बनने के लिए उकसा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि 25 हैंडलर में से पांच महिलाएं हैं, जो फिलीपींस, केन्या, अर्जेंटीना, श्रीलंका जैसे देशों में बैठकर ISIS में शामिल होने के लिए युवाओं को भड़का रही हैं. 'आज तक' के पास इन महिला हैंडलर्स के नाम मौजूद हैं. इनमें से फिलीपींस से केरन, केन्या से अमीना, अर्जेंटीना से फातिमा, श्रीलंका से एजे और अर्जेंटीना से आएशा लीना नाम की महिला ISIS की हैंडलर बताई जा रही है.
भारत भी आ चुकी है ISIS की ये हैंडलर
ISIS की महिला हैंडलर्स UMM (उम्म) नाम के कोड का इस्तेमाल करती हैं. जिससे खुफिया एजेंसियों को चकमा दिया जा सके. इनमे से अमीना केन्या की रहने वाली है. हैदराबाद के युवाओं को ISIS में शामिल करने के लिए 15 से 20 दिन तक हैदराबाद में भी रह चुकी है. अमीना दुबई के रास्ते केन्या से भारत आई थी.
पाकिस्तान से भी भारत में फैलाया जा रहा है नेटवर्क
इन महिलाओं के आलावा 'आज तक' को UAE में बैठे पाकिस्तान के ISIS के हैंडलर का पता चला है जो वहां से भारत के जम्मू-कश्मीर के युवाओं को शामिल करने के लिए भर्ती करता है. इसका नाम खालिद है. इस शख्स ने UAE से बैठकर भारत के युवाओं को KIK चैटिंग मैसेंजर के जरिए जोड़ने की कोशिश की.
ट्विटर के जरिए आतंक का जाल
एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ISIS की भारत में धरपकड़ के बाद भर्ती करने वाले हैंडलर्स ने अपनी रणनीति बदल दी है और अब एक-एक हैंडलर twitter पर 40-40 अकाउंट अलग-अलग नाम से बना रहे हैं, जिसमें नामों को लेकर कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं. जांच एजेंसियां ISIS के नए तरीके के इस्तेमाल पर नजर रख रही हैं.
अलग-अलग मैसेंजर का इस्तेमाल
ISIS पहले के प्रचलित चैटिंग मैसेंजर को छोड़कर अब नए-नए चैटिंग मैसेंजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे खुफिया एजेंसियों से बचा जा सके. पहले सिलिकन, ट्रिलियन मैसेंजर का इस्तेमाल करते थे अब VK(इसका server USSR में है) और KIK मैसेंजर का इस्तेमाल कर रहे हैं.