जलवायु परिवर्तन से निपटने के अमेरिकी तौर तरीकों को समझने के लिए अमेरिकी कांग्रेस के एक सदस्य ने अपने सहकर्मियों से ऑस्कर जीतने वाली फिल्म ‘स्लमडॉग मिलिनेयर’ देखने की अपील की है.
पानी के मसले पर उठी स्लमडॉग मिलेनियर की बात
उर्जा मामलों की संसदीय समिति से सांसद जे इन्स्ली ने सवालिया लहजे में कहा कि अगर हमारे पास दो परिस्थितियां होतीं तो अमेरिका के लिए क्या बेहतर होता. एक तरफ भारत है या यूं कहे कि वे लोग जो कचरा बीनने के काम में लगे हुए हैं. जब वे सुबह उठते हैं तो उन्हें सबसे पहले इस सवाल से जूझना पड़ता है कि क्या आज उन्हें पानी मिल पाएगा.
उन्हें कहा कि जब आप उठते हैं तो सबसे पहले क्या करते हैं. मैं पीने के लिए पानी ढ़ूंढ़ता हूं फिर खाने के लिए भोजन और वहां तीस से पचास करोड़ लोग इसी तरह से जीते हैं. अब हम उन्हें कह रहे हैं कि कुछ करने की जरूरत है लेकिन सवाल यह है कि ‘क्या’.
इन्स्ली ने कहा कि यहां दो परिदृश्य हैं. एक यह कि वे लोग अपने यहां होने वाले उत्सर्जन पर रोक लगाने के लिए तैयार हैं जितनी कि हमने अमेरिका में लगा रखी है. वे हमारे यहां होने वाले प्रति व्यक्ति उत्सर्जन से अधिक कभी नहीं करेंगे.