तंबाकू विवाद को बढ़ता देख बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोर्चा संभाल लिया है. प्रधानमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को निर्देश दिया है कि सिगरेट उत्पादों पर तस्वीरों के रूप में छापी जाने वाली चेतावनियों का साइज बढ़ाया जाए. सिगरेट के डिब्बों पर चेतावनी का साइज 60 फीसदी होना चाहिए. क्योंकि इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. BJP सांसद ने कहा- बीड़ी पीने से नहीं होता नुकसान
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने सांसदों को भी निर्देश दिया है कि अगर संसदीय समिति का हिस्सा बनने से निजी हितों का टकराव मामला बनता है तो उन्हें समिति छोड़ देनी चाहिए. सरकार के सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीजेपी सांसद दिलीप गांधी और श्याम चरण गुप्ता को तंबाकू और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के परीक्षण के लिए गठित संसदीय समिति से हटाया जाएगा.
संसदीय समिति की रिपोर्ट पर मचा बवाल
आपको बता दें कि धूम्रपान पर विवाद की शुरुआत तंबाकू और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के परीक्षण के लिए गठित एक संसदीय समिति के रिपोर्ट पर हुई. इस संसदीय समिति प्रमुख दिलीप गांधी ने बताया कि तंबाकू उत्पादों के सेवन से कैंसर होता है, इसकी पुष्टि करने के लिए कोई भारतीय अनुसंधान उपलब्ध नहीं है. सभी अध्ययन विदेशों में हुए हैं और किसी को भारतीय परिपे्रक्ष्य को भी ध्यान में रखना चाहिए. इस संसदीय समिति की मांग पर केंद्र सरकार को तंबाकू उत्पादों पर तस्वीरों के रूप में छापी जाने वाली चेतावनियों का आकार बढ़ाने का अपना फैसला स्थगित करना पड़ा.
बीड़ी पीने से कैंसर नहीं होताः श्याम चरण गुप्ता
इस विवाद में घी डालने का काम बीजेपी सांसद श्याम चरण गुप्ता ने भी किया. उन्होंने कहा कि बीड़ी पीने से सेहत पर कोई बुरा असर नहीं होता. आपको बता दें कि श्याम चरण गुप्ता बीड़ी कारोबारी होने के साथ-साथ तंबाकू पर गठित संसदीय समिति के सदस्य भी हैं.