कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार पर संकट गहराता नजर आ रहा है. 12 विधायकों ने इस्तीफा विधानसभा सचिव को सौंप दिया. लेकिन स्पीकर का कहना है कि उन्हें 11 विधायकों का ही इस्तीफा मिला है. उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार विधायकों को मनाने में लगे हुए हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर विधानसभा स्पीकर का बयान सामने आया है.
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि मुझे अपनी बेटी को लेने जाना था इसलिए मैं घर चला गया. मैंने अपने कार्यालय से कहा कि वह इस्तीफे ले ले और यह प्राप्ति सूचना दे दें कि 11 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. कल यानी रविवार को छुट्टी है और सोमवार को मैं बेंगलुरु में नहीं हूं. मंगलवार को मैं इस मामले को कर्नाटक विधानसभा में देखूंगा. स्पीकर ने कहा कि हम विधायकों को वापस नहीं लौटा सकते. हम नियमों के अनुसार ही चल रहे हैं.
इस मामले में तीन विधायकों का कहना है कि वे पूर्व सीएम सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं. ये विधायक हैं-सोमशेखर, बारवराज, शिवराम. इनका कहना है कि अगर सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वे इस्तीफा वापस लेने को तैयार हैं. वहीं कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा, ''मैं किसी को दोष नहीं दे रहा हूं और न ही पार्टी आलाकमान के बारे में कोई बयान दे रहा हूं. लेकिन कुछ मुद्दों पर मुझे दरकिनार किया जा रहा है. इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है.''
जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उनमें से 9 कांग्रेस और 3 जेडीएस के बताए जा रहे हैं. उन्होंने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर लिए हैं. विधायकों ने इस्तीफा ऐसे वक्त पर दिया है, जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अमेरिका में हैं. 225 सदस्यीय विधानसभा में, कांग्रेस-जद(एस) के नेतृत्व वाले गठबंधन में 117 सदस्य हैं, जो आवश्यक बहुमत संख्या 114 से महज तीन अधिक हैं. विपक्षी भाजपा के पास 105 विधायक हैं.