विश्वनाथन आंनद के विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में खिताब बरकरार रखने की शुरूआत इससे बेकार नहीं हो सकती थी क्योंकि बुल्गारिया के वेसेलिन टोपालोव ने उलटफेर करते हुए उन्हें पहले राउंड में हरा दिया.
भारत के इस शीर्ष शतरंज खिलाड़ी को चैम्पियनशिप के 12 गेम मैचों की पहली बाजी में टोपालोव की चुनौती का कोई तोड़ नहीं मिल सका, जिससे स्थानीय खिलाड़ी ने केवल 30 चालों में जीत दर्ज की. 12 बाजियों के बाद अगले विश्व चैम्पियन का फैसला होगा.
इस मैच को आनंद के लिये एक दिन के लिये स्थगित करना पड़ा था क्योंकि वह सड़क के रास्ते से 40 घंटे की यात्रा के बाद यहां पहुंचे.
आनंद ने ग्रुयेनफेल्ड इंडियन डिफेंस से शुरूआत की, जिसमें काफी जोखिम होता है और कई खिलाड़ी इसी कारण इससे शुरूआत नहीं करते. इससे विश्व चैम्पियनशिप के इतिहास में यह सबसे तेज निर्णायक शुरूआती बाजी रही क्योंकि टोपालोव ने सहजता से तेजी से खेलते हुए जीत दर्ज की.
हालांकि आनंद की चैम्पियनशिप में वापसी के लिये 11 गेम बाकी हैं. आनंद की टीम को टोपालोव की चुनौती को पस्त करने के लिये काफी सोच विचार कर रणनीति बनानी होगी क्योंकि वह रूस के व्लादिमीर क्रैमनिक से भी कड़े प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकते हैं.