केंद्रीय जहाजरानी एवं पविहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजनीतिक गलियारों में अटकलबाजियों को नई हवा देते हुए शनिवार को नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. लेकिन राजनीतिक अटकलबाजियों के बीच गडकरी ने कुछ ऐसा भी कर दिया, जिससे उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
टीवी चैनलों ने दिखाया कि गडकरी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिलने एक सफेद रंग का स्कूटर चलाकर संघ मुख्यालय जा रहे थे. दरअसल, महाराष्ट्र में पार्टी सरकार गठन की कोशिश में जुटी हुई है.
पत्रकारों ने जब बताया कि उन्होंने यातायात नियमों का उल्लंघन किया है, तब गडकरी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और परिसर में प्रवेश कर गए. उनके स्कूटर की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था. इसके अलावा एक और स्कूटर पीछे-पीछे था.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने गडकरी के इस कार्य पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि इससे ‘नेता और पार्टी के आचार व्यवहार’ का पता चलता है. उन्होंने कहा, ‘यह बहुत छोटी-मोटी चीज है और किसी अन्य के लिए यह मायने नहीं रखेगी, पर भारत सरकार के परिवहन मंत्री के लिए फिर तो यह एक अंतर पैदा करता है. वह उस कानून का उल्लंघन कर रहे हैं जिस पर उन्हें अमल करना था.’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘यह नेता और पार्टी के इस आचार व्यवहार को जाहिर करता है कि वह नियमों का पालन करने में यकीन रखते हैं या नहीं.’ एक टीवी समाचार चैनल ने दावा किया कि बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष इससे पहले पिछले साल दिसंबर में बगैर हेलमेट के स्कूटर चलाते कैमरे में कैद किए गए थे, जब वह कैबिनेट मंत्री नहीं थे.
बहरहाल, फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि नागपुर पुलिस यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है या नहीं. नागपुर ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक हेलमेट पहनना अनिवार्य है और इस नियम का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 177 के तहत 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
- इनपुट भाषा से