ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का बायकॉट करने का फैसला किया है. यह बैठक रविवार शाम को होने वाली है. इसके अलावा टीएमसी यूपीएससी भाषा विवाद को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का भी बायकॉट करेगी. ममता ने धमकी दी है कि उनकी पार्टी नए सत्र में केंद्र सरकार का जमकर विरोध करेगी. टीएमसी ने नए सत्र के पहले ही दिन इंश्योरेंस में एफडीआई के विरोध में धरना देने का भी ऐलान किया है. CM ममता बनर्जी ने लांघी मर्यादा
दूसरी ओर पार्टी प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने सर्वदलीय बैठक का बॉयकॉट करने के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार डरी हुई है, इसलिए बेहद शॉर्ट नोटिस पर बैठक बुलाई गई. डेरेक ने कहा कि सर्वदलीय बैठक रविवार को क्यों बुलाई गई? यह सरकार की खराब प्लानिंग है.
कालेधन के मुद्दे पर सरकार को घेरेगी टीएमसी
टीएमसी ने कहा कि केंद्र को घेरने के लिए वैसे तो उसके पास कई मुद्दे हैं, लेकिन कालाधन उनकी लिस्ट में सबसे ऊपर है और पार्टी नए सत्र में इसे जोरदार ढंग से उठाएगी. टीएमसी और बीजेपी के बीच टकराव हाल में तब बढ़ा, जब सारदा घोटाले में ममता की पार्टी के सांसद की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद बीजेपी ने टीएमसी को घेरा, जिससे तिलमिलाई ममता ने मोदी सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप मढ़ दिया. ममता ने बर्दवान ब्लास्ट के संबंध में भी मोदी सरकार पर गंभीर लगाए और कहा कि अगर दम तो केंद्र उन्हें जेल में डाल दे.