रोज वैली चिट फंड घोटाले में कथित आरोपी तृणमूल कांग्रेस सांसद तपस पाल ने इस मामले में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का नाम लिया है. पाल ने कहा, 'मैं निर्दोष हूं. मैं घोटाले में शामिल नहीं हूं और सच्चाई बहुत जल्द सामने आएगी. मैंने सीबीआई को बाबुल सुप्रियो और अन्य लोगों के नाम बताए हैं.'
कई बार लगाए जा चुके हैं गलत आरोप: बाबुल सुप्रियो
वहीं बाबुल सुप्रियो ने ट्वीट कर कहा कि राजनीति में प्रवेश के साथ ही उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्हें काम करने से रोकने के लिए ऐसे प्रयास किए जाते हैं, लेकिन वे रुकने वाले नहीं हैं क्योंकि ऐसी कोशिशों से उन्हें और बेहतर करने की ताकत मिलती है. बीजेपी सचिव और पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी सुरेश पुजारी ने भी पाल के आरोपों को आधारहीन करार दिया.
Attempts hv been made&continue 2 b made 2 probably scare/tire me out of the arena where I ain't doing that badly•But it only makes me strong
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) 2 January 2017
जांच एजेंसी से साझा की केस से जुड़ी बातें: तपस पाल
तपस पाल ने बताया कि सीबीआई उन्हें पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड पर ले जा रही है और उन्होंने इस घोटाले में शामिल काफी लोगों के नाम और केस से जुड़ी जानकारी जांच एजेंसी को दी है. तृणमूल सांसद को 30 दिसंबर के दिन कोलकाता से हिरासत में लिया गया था और उन्हें विशेष अदालत ने 31 दिसंबर को तीन दिन की CBI कस्टडी में भेजा है.
तपस पाल पर लगे हैं कई आरोप
तपस पाल रोज वैली चिट फंड ग्रुप के निदेशकों में से एक थे, जिस पर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और कई राज्यों के निवेशकों को धोखा देने का आरोप लगा है. पाल पर कंपनी को प्रमोट करने और लोगों को इस फर्म में पैसे जमा करने के लिए बहकाने का आरोप है. पाल पर ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने परिवार के लोगों को इस कंपनी में उच्च पद दिया.