पश्चिम बंगाल की राजनीति में अभी तक सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच ही टक्कर और मारपीट जैसी खबरें आती थीं. लेकिन सत्तारूढ़ टीएमसी को अब केंद्र में बड़े बहुमत के साथ उभर कर आई बीजेपी से भी जनाधार खिसकने का डर सताने लगा है. यह डर शनिवार रात बीजेपी के वर्कशॉप के दौरान देखने को मिला जब टीएमसी कार्यकर्ताओं ने वर्कशॉप पर अचानक हमला कर दिया. इस दौरान दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच न सिर्फ जमकर मारपीट हुई बल्कि समर्थकों को वर्कशॉप में हिस्सा नहीं लेने की चेतावनी भी दी गई.
मामला पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला स्थित पानागढ़ के बुदबुद इलाके का है. यहां शनिवार रात को बीजेपी के वर्कशॉप पर टीएमसी कर्मियों ने अचानक हमला कर दिया. इस घटना में बीजेपी के पांच समर्थक घायल हुए हैं, जिन्हें गौरी देवी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है की वे लोग सभा कर स्थनीय लोगों से उनसे उनकी समस्याओं के निदान संबंधी विचार विमर्श कर रहे थे तभी तृणमूल के दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडे के साथ उन पर हमला बोल दिया. टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के पार्टी ऑफिस में भी तोड़फोड़ की.
तृणमूल ने हमले की घटना को स्वीकार किया
तृणमूल कांग्रेस ने हमले के आरोप को स्वीकार किया है. पार्टी की ओर से कहा गया कि पहला हमला बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से पनागर बाजार में हुआ. तब पुलिस के आने के बाद हमला रूका था. घटना के वक्त हमारे कई समर्थक पहुंचे ऐसे में हो सकता है कि थोड़ी बहुत मारपीट हो गई हो. हमारे लोग भी घायल हुए हैं.
तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर सम्प्रदायवाद की राजनीति का अरोप लगाते हुए कहा, 'हम लोग आतंकित हैं. हम शांति से रहना चाहते हैं. इसके पीछे सीपीएम का हाथ है. बीजेपी और सीपीएम आपस में मिलकर यह सब कर रहे हैं. हमे खबर मिली कि लोगों को धमकाया जा रहा है. हमारे पंचायत सदस्य महिलाओं को लेकर समझाने के लिए गए थे. हमें नहीं पता कि वर्कशॉप हो रही है या मीटिंग. वर्कशॉप तो दिन में की जाती है रात के अंधेरे में कैसा वर्कशॉप. बीजेपी के लोग किसी खराब काम की योजना बना रहे थे, हमारे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया जिसके बाद मारपीट हो गई. घटना के बाद बीजेपी की और से तृणमूल कार्यकर्ताओं के खिलाफ बुदबुद थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.