पश्चिम बंगाल की सियासी बयार इन दिनों काफी बदली-बदली-सी नजर आ रही है. अब TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर मोदी सरकार जनता की भलाई के लिए काम करे, तो उनकी पार्टी NDA सरकार को समर्थन दे सकती है. चिटफंड के पैसे से हुआ बर्धमान विस्फोट: अमित शाह
ममता बनर्जी ने यह भी स्वीकार किया कि मोदी सरकार सही दिशा में जा रही है. ममता ने कहा कि अगर सरकार ठीक तरह से समाज के सभी वर्गों के हित में काम करती है, तो TMC केंद्र को अपना पूरा समर्थन देगी. दीदी ने शर्त केवल इतनी रखी है कि काम 'कन्स्ट्रक्टिव' होना चाहिए और सभी वर्गों के लिए होना चाहिए.
बहरहाल, ममता बनर्जी ने मोदी सरकार की ओर समर्थन का पासा ऐसे वक्त फेंका है, जब लोकसभा में उसे संख्या-बल के हिसाब से किसी पार्टी के समर्थन की दरकार ही नहीं है. जहां तक राज्यसभा की बात है, इसमें TMC के सांसद किसी बिल के पास होने के वक्त समर्थन देकर काफी मददगार साबित हो सकते हैं. खुद पीएम नरेंद्र मोदी संसद में यह कह चुके हैं कि उनकी सरकार सभी दलों को साथ लेकर चलने का इरादा रखती है, चाहे वह पार्टी बड़ी हो या छोटी.
ममता बनर्जी का ताजा बयान ऐसे वक्त में आया है, जब TMC कई मसलों को लेकर केंद्र सरकार का जोरदार विरोध करती दिख रही थी. बीजेपी के विरोध और मुलायम सिंह यादव की अगुवाई में बनने जा रही कथित 'समाजवादी जनता पार्टी' में भी ममता को शामिल किए जाने की कोशिशें हो रही थीं. अब ममता बनर्जी का 'यू-टर्न' सियासी हवा का रुख बदल सकता है.
जहां तक बीजेपी की बात है, वह इन दिनों ममता बनर्जी के गढ़ में जाकर प्रचार-प्रसार करने में जुटी हुई है. खुद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मोर्चा संभाल रखा है. इतना ही नहीं, खुद ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तक चिटफंड घोटाले की तपिश पहुंचती दिख रही है. ऐसे में देखना यह होगा कि ममता का ताजा रुख आने वाले दिनों में क्या-क्या सियासी रंग लाता है.