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पश्चिम बंगाल में TMC कांग्रेस ने 17 में से 13 जिला परिषदों में जीत दर्ज की

तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में हुए तीन स्तरीय पंचायत चुनावों में 17 में से 13 जिला परिषदों में जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को केवल मुर्शिदाबाद में जीत हासिल हुई.

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ममता बनर्जी
ममता बनर्जी

तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में हुए तीन स्तरीय पंचायत चुनावों में 17 में से 13 जिला परिषदों में जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को केवल मुर्शिदाबाद में जीत हासिल हुई.

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पश्चित बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंचायत चुनाव के परिणामों पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे लोकतंत्र और लोगों की जीत करार दिया. ममता ने कहा, ‘लोगों ने गर्मी, बारिश और रमजान के कठिन समय में मतदान में हिस्सा लिया. हमें जनमत का सम्मान करना चाहिए और शांतिपूर्ण ढंग से व्यवहार करना चाहिए.’

तृणमूल कांग्रेस का दक्षिण बंगाल के 12 में से 11 जिला परिषदों में क्लीन स्वीप और उत्तर बंगाल के पांच में से दो में जीत दर्ज करना दर्शाता है कि ढाई वर्षों की सत्ता विरोधी लहर एवं शारदा चिटफंड घोटाले सहित विवादों के बावजूद लोगों का ममता बनर्जी सरकार पर विश्वास कम नहीं हुआ.

टीएमसी ने न केवल दक्षिण बंगाल में अच्छा प्रदर्शन किया बल्कि उत्तर बंगाल में भी इसने जीत हासिल की जहां इसे कूच बिहार और दक्षिण दीनाजपुर में जीत मिली. पार्टी ने हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, वर्धमान, बीरभूम, नदिया, कूच बिहार और दक्षिण दीनाजपुर जिलों में जीत दर्ज की. सत्तारूढ़ दल को बांकुरा, पुरूलिया और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों सहित माओवादियों के तीन गढ़ों में भारी जीत मिली.

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नंदीग्राम के ब्लॉक एक एवं ब्लॉक दो में 17 ग्राम पंचायत सीटों में से तृणमूल के आधिकारिक उम्मीदवारों ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि निर्दलीय को तीन सीटें और एक सीट वाम दल को मिली.

सिंगुर में तृणमूल कांग्रेस को 16 ग्राम पंचायत सीटों में से 12 पर जीत मिली जबकि वामपंथी दल को केवल एक सीट मिली और तीन सीटों पर उन्होंने कड़ी टक्कर दी. उत्तर बंगाल के पांच जिलों में हुए चुनावों में परिणाम दर्शाते हैं कि तृणमूल ने कांग्रेस के प्रभाव वाले इलाकों में अपनी पहुंच बढ़ाई है.

पार्टी को कूचबिहार और दक्षिण दीनाजपुर में उल्लेखनीय जीत मिली जबकि कांग्रेस के प्रभाव वाले उत्तरी दीनाजपुर में इसने सेंध लगाई है जो कांग्रेस की मंत्री और ममता की घोर विरोधी दीपा दासमुंशी का गढ़ है.

वाम मोर्चा जलपाईगुड़ी में अपने खोए जनाधार को हासिल करने में विफल रहा क्योंकि तृणमूल ने बद्धर्मान, हुगली और कूच बिहार में भारी जीत हासिल की. वाम मोर्चा को उत्तर दीनाजपुर की 26 जिला परिषदों में से 13 पर जीत हासिल हुई. वाम मोर्चा ने उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा नदिया जिले में अच्छी बढ़त हासिल की. कांग्रेस को मालदा और उत्तर दीनाजपुर में हार का सामना करना पड़ा जहां वाम मोर्चा का प्रदर्शन अच्छा रहा.

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मालदा जिले में कांग्रेस और वाम दलों ने जिला परिषदों में 16-16 सीटों पर जीत हासिल की. जिला परिषदों की तरह ग्रामीण बंगाल में ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों में भी तृणमूल का प्रभुत्व रहा.
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने आज कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में उनकी पार्टी की जीत के साथ ही राज्य में वाम मोर्चा का किला ढहाने का दो वर्ष पूर्व शुरू किया गया काम पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो वर्ष पूर्व वर्ष 2011 में राजनीतिक बदलाव का आह्वान किया था और आज पंचायत में जीत के साथ यह प्रक्रिया पूरी हो गयी.

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