त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने अब सौंदर्य प्रतियोगिताओं पर सवाल खड़े किए हैं. इसके साथ ही उन्होंने डायना हेडन को मिस वर्ल्ड का खिताब दिए जाने पर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि डायना हेडन की जीत फिक्स थी. वहीं, उन्होंने ऐश्वर्या राय की तारीफ करते हुए कहा, सही मायने में ऐश्वर्या भारतीय महिलाओं की नुमाइंदगी करती हैं.
बिप्लब ने कहा, कॉस्मेटिक माफिया की नज़र भारत पर है. लगातार पांच साल तक हमने मिस वर्ल्ड या मिस यूनिवर्स खिताब जीते. जिसने भी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, जीतकर लौटा. डायना हेडन भी जीत गयीं. क्या आपको लगता है कि उन्हें ये खिताब जीतना चाहिए था?
बिप्लब ने आगे कहा, हम महिला को देवी लक्ष्मी, सरस्वती के रूप में देखते हैं. ऐश्वर्या मिस वर्ल्ड बनी तो ठीक है. वो सही मायने में भारतीय महिलाओं की नुमाइंदगी करती हैं. लेकिन मैं डायना हेडेन की खूबसूरती नहीं समझ पा रहा हूं.
बिप्लब ने कहा, पांच साल के बाद क्यों और सुंदरियां भारत से नहीं आईं? जब वे हमारे देश में मार्केट पर कब्जा कर लिए तो यही काम कहीं और कर रहे हैं.
ट्विटर पर हुई आलोचना
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब के इस बयान के बाद लोगों ने ट्विटर पर उनकी आलोचना की. सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने ट्वीट कर इस बयान को 'मूर्खतापूर्ण, कामुक और सांप्रदायिक' बताया. दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार नागेन्द्र शर्मा ने ट्वीट किया कि हम अभी भी अप्रैल में हैं और हो सकता है यह 2018 का सबसे हास्यास्पद उद्धरण बन सकता है. एक वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि एक कारण के लिए हम त्रिपुरा में जनादेश की तारीफ कर सकते हैं कि देश को नया मनोरंजन करने वाला मिल गया.
देब के विवादित बयान
1. दिमाग की जांच कराएं ममता बनर्जी
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब लगातार विवादित बयान दे रहे हैं. इससे पहले बिप्लव कुमार देब ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिमाग की जांच कराने की सलाह दी है. उनका कहना है कि 'ममता बनर्जी को पहले मंदिर जाना चाहिए. फिर किसी अस्पताल में दिमाग की जांच करानी चाहिए.' बता दें, बिप्लब देव ने ये बयान ममता बनर्जी के उस बयान के बाद दिया है जिसमें ममता बनर्जी ने त्रिपुरा में बीजेपी की जीत को नगरपालिका चुनावों में जीत जैसा बताया था.
देब ने 'महाभारत युग में इंटरनेट' होने की बात भी कही थी. उनके इस बयान की खूब चर्चा हुई थी. सीएम देब ने कहा था कि, 'अगर भारत के पास इंटरनेट की तकनीक नहीं होती तो, महाभारत में संजय धृतराष्ट्र को युद्ध का आंखों-देखा हाल कैसे बयां कर पाता? देश के पास उस वक्त सेटेलाइट मौजूद थी और ये लाखों साल पहले तकनीक के मौजूद होने का प्रमाण है. लोग इसे नकार देते हैं, लेकिन यही सच है.'