त्रिपुरा में स्थानीय पुलिस ने सोमवार को दो म्यांमार निवासियों को गिरफ्तार किया है. इन दोनों के पास म्यांमार की आईडी तो है लेकिन वह किस तरह भारत में आए, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं. अब इस विवाद के बाद मंगलवार को पुलिस दोनों को अदालत में पेश करेगी. क्योंकि उनके पास भारत में ठहरने का कोई कागज नहीं है.
बाटला पुलिस आउटपोस्ट के ऑफिसर इन चार्ज केआर देब ने अपने बयान में कहा है कि हमने पूछताछ की है, लेकिन ये दोनों बता नहीं पा रहे हैं कि आखिर वो यहां कैसे आए. उनके पास सिर्फ म्यांमार के आईडी कार्ड हैं. हालांकि, वह भारत क्यों आए, इसकी जानकारी नहीं है.
Tripura Police arrested 2 Myanmar nationals y'day. KR Deb, officer-in-charge, Battala police outpost says "They're unable to say how they came here, they have IDs showing their Myanmar nationality.They'll be produced before court as they don't have documents to be in India"(15.7) pic.twitter.com/NPqkpAuQRP
— ANI (@ANI) July 15, 2019
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इन दोनों के पास ऐसे कागजात भी नहीं हैं जिसमें यह साबित हो सके कि उनके पास भारत में रहने की इजाजत हो. ऑफिसर ने बताया कि उनके आने की जानकारी स्थानीय निवासियों ने दी थे, क्योंकि दोनों ही लगातार अलग-अलग कहानियां बता रहे थे.
दोनों की पहचान मोहम्मद सुलेम और जहांगीर आलम के तौर पर हुई है. दोनों म्यांमार के मोंगदेव जिले के फकीरा बाज़ार के रहने वाले हैं. हालांकि, अभी भी पुलिस इनको लेकर जांच पड़ताल कर रही है.
गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के राज्यों में अवैध घुसपैठ का मुद्दा काफी जोरशोर से उठता रहा है. केंद्र सरकार की तरफ से भी NRC के मुद्दे पर विचार किया जा रहा है. असम में तो NRC लागू कर दिया गया है उसके बाद अब नागालैंड में भी इसी तरह का नियम लागू करने पर विचार किया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा चुनाव, हर बार पूर्वोत्तर के राज्यों में घुसपैठ का मुद्दा जोरशोर से उठता रहा है.