कॉर्पोरेट अफेयर्स के डीजी बीके बंसल की रिश्वत लेते सीबीआई ने रंगे हाथो गिरेफ्तारी क्या की कि उनके परिवार पर मानो गाज ही गिर गई. गिरफ्तारी के चंद दिनों के भीतर ही उनकी पत्नी और बेटी ने घर के अंदर अलग-अलग कमरों मे पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी. और सुसाइड नोट मे लिख गये कि इसके पीछे कोई जिम्मेदार नहीं है बल्कि उन्होंने बदनामी से शर्मिंदा होकर खुद ही मौत को गले लगाने का फैसला किया है.
कोर्ट ने भी रहम दिखाते हुए बीके बंसल को परिवार के अंतिम संस्कार के लिए दो दिन की जमानत दे दी . लेकिन गिरफ्तारी और मातम के बीच इस पूरे मसले का असली सूत्रधार अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, और वो शख्स है मामले मे आरोपी कंपनी एल्डर फार्मा का सीओओ अनुज सक्सेना.
150 करोड़ रुपये लेकर फरार
अनुज सक्सेना जो एक समय एक समय एकता कपूर के टीवी सीरियल कुसुम का लीड हीरो था और उसकी टीवी की दुनिया मे बड़ा नाम था. टीवी पर हीरो का रोल निभानेवाला अनुज अंदर से बेहद शातिर दिमाग था तभी उसने अपनी कंपनी मे एक फिक्सड डिपाजिट की स्कीम निकाल कर 24000 लोगो से 150 करोड़ रुपये इकट्ठा कर लिए और फिर पैसे लौटाने से मना कर दिया. कार्पोरेट इसी मामले की जांच करा कर अनुज और आलोक सक्सेना की कंपनी पर कार्यवाही की तैयारी कर रहा था कि आखिरी चरण मे फाइल डायरेक्टर जनरल बीके बंसल के पास पहुंची. अनुज सक्सेना ने अपनी पहुंच के जरिए बंसल को संपर्क किया और 20 लाख मे सौदा तय हो गया जिसकी फाइनल किस्त लेते वक्त बंसल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई ने इस मामले मे बंसल समेत बिचौलिय विश्वजीत और अनुज सक्सेना के भाई और एल्डर फार्मा के ज्वाइंट एमडी आलोक सक्सेना को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन अनुज सक्सेना फरार हो गया. सक्सेना ब्रदर्स पर पहले भी चेक फ्राड का एक मामला मुंबई में चल रहा है जिसमें डेढ़ करोड़ रुपये की चीटिंग करके अनुज पहले भी गायब हो चुका है.
विदेश भागने की फिराक में अनुज
सूत्रों की माने तो अनुज पूरे परिवार के साथ विदेश भागने की फिराक में है लिहाजा बेशक सीबीआई ने महज 9 लाख की रिश्वत के मामले मे बंसल की गिरफ्तारी से अपनी पीठ थपथपा ली हो लेकिन इस खेल की असली मछली अनुज सक्सेना अगर जल्द सीबीआई की गिरफ्त मे नहीं आता तो निवेशकों के 150 करोड़ रुपये डूबना तय है.