जमात उद दावा के मुखिया और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का ट्विटर अकाउंट फिलहाल बंद कर दिया गया है. आपको बता दें कि 'टीवी टुडे नेटवर्क' के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल ने हाल में कुछ ट्वीट किए थे जिसमें उन्होंने हाफिज सईद के खिलाफ अपनी राय रखी थी.
Why doesn't @twitter have a policy against allowing globally designated terrorists from spewing hate on its platform pic.twitter.com/rg4GYqYHoN
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) December 7, 2014
राहुल कंवल के इन ट्वीट्स के बाद ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने हाफिज सईद के खिलाफ यह कार्रवाई की. इस तरह सईद का ट्विटर एकाउंट @HafizSaeedJuD अब ‘अकाउंट सस्पेंडेड’ पढ़ा जाएगा.If @HafizSaeedJUD Laskhar had targeted US interests, Uncle Sam would have taken down more than @twitter account by now. Answers? @rsjaitly
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) December 8, 2014
मीडिया में आई कुछ खबरों में कहा गया है कि सईद ने ट्विटर पर एक्टिव होने के लिए दो नए अकाउंट बनाए थे. सईद के प्रवक्ता या जेयूडी के किसी सदस्य की तरफ से इस बारे में फिलहाल कोई बयान नहीं आया है.
पाकिस्तान सरकार की मदद पा रहे सईद ने शुक्रवार को अपने समर्थकों से कहा था कि पाकिस्तानियों को आगे आना चाहिए और भारत से आजादी पाने में कश्मीरियों की मदद करनी चाहिए.
हाफिज ने लाहौर के ऐतिहासिक मीनार-ए-पाकिस्तान मैदान में जेयूडी के एक मजमे को संबोधित करते हुए कहा था, 'यदि अमेरिका की मदद के लिए अफगानिस्तान में भारत सैनिक भेज सकता है तो मुजाहिदीन के पास कश्मीर जाने का और अपने भाइयों की मदद करने का पूरा हक है. कश्मीरी मदद की गुहार लगा रहे हैं और यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी अपील का जवाब दें.'
आपको बता दें कि यूएन ने जेयूडी को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है और दिसंबर 2008 में सईद को आतंकवादी घोषित कर दिया था. जून 2014 में अमेरिका ने जेयूडी को लश्कर ए तैयबा का सहयोगी गुट घोषित कर दिया था.
सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम है. लेकिन, वह पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है. वह अक्सर रैलियों को भी संबोधित करता है जिसमें नियमित रूप से भारत के खिलाफ भड़काऊ भाषण देता है.
पाकिस्तान ने कहा है कि सईद के खिलाफ कोई मामला नहीं है और इसलिए वह एक पाकिस्तानी नागरिक के रूप में आजाद घूम सकता है. भारत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में उसकी भूमिका को लेकर उससे पूछताछ करने के लिए उसे सौंपे जाने की पाकिस्तान से बार बार मांग की है.