एक बार फिर सियासत ने खेल में खलल डालने का काम किया है. गुरुवार रात को अरुणाचल प्रदेश के दो युवा तीरंदाजों को चीन में होने वाले विश्व युवा तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जाने से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोक दिया गया.
दरअसल, चीनी दूतावास ने मासेलो मिहू और सोरांग यूमी को स्टेपल वीजा दिया था. हवाई अड्डे पर चीनी एयरलाइंस अधिकारियो ने दोनों तीरंदाजों को फ्लाइट लेने से रोक दिया.
गुरुवार रात को 24 तीरंदाजों का दल इस प्रतियोगिता के लिए रवाना होना था, जिन्हें चाइना साउदर्न एयरलाइंस की फ्लाइट से ग्वांगझू जाना था. लेकिन सिर्फ 22 खिलाड़ी ही रवाना हो सके.
फिलहाल दोनों खिलाड़ी जिनकी उम्र महज 14 साल की है, इस घटना से हताश हैं. दोनों खिलाड़ी दिल्ली लॉन टेनिस एसोसिएशन के गेस्ट हाउस में रुके हुए हैं.
आपको बता दें कि भारत चीन की स्टेपल वीजा नीति का विरोध करता रहा है. स्टेपल वीजा दिए जाने के कारण अकसर ही अरुणाचल प्रदेश के लोगों को चीन जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह दोनों देशों के बीच मतभेद का मुद्दा है.
तीरंदाजी एसोयिएशन के अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने कहा, 'चीनी एयरलाइंस के अधिकारियों ने हमारे दो तीरंदाजों को फ्लाइट लेने से यह कहकर रोका कि उन्हें चीन में नहीं जाने दिया जाएगा क्योंकि उनके पास जरूरी वीजा उपलब्ध नहीं है. दोनों खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा चीनी दूतावास ने ही जारी किए थे और कहा था कि इससे कोई समस्या नहीं आएगी. लेकिन जब वे फ्लाइट लेने वाले थे चीनी अधिकारियों ने यह कहकर रोक दिया कि उन्हें चीन में एंट्री नहीं मिल पाएगी.'