जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर से सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो गाइड को गिरफ्तार किया है. दोनों आतंकवादियों को सीमापार कराने में मदद करते थे. सूत्रों के मुताबिक, इन दोनों को मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर ने खुद ट्रेनिंग दी. इन दोनों ने 12 से 18 आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराया. सेना इस बात की जांच कर रही है कि क्या उरी अटैक के हमलावर भी इन्हीं की मदद से भारत की सीमा पार किए थे.
15 और 16 साल है आरोपियों की उम्र
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चल रहे आतंकी कैंपों से ट्रेनिंग लेने के बाद आतंकवादियों को सीमापार कराने में गाइड की मदद ली जाती रही है. इस गिरफ्तारी को सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता मानी जा रही है. हालांकि, गिरफ्तारी के वक्त इन लड़कों के पास से किसी प्रकार का हथियार नहीं मिला. साहिल की उम्र 15 साल है और यासीन की 16 साल.
मसूद अजहर ने दी थी ट्रेनिंग
बीएसएफ और आर्मी के जॉइंट ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों गाइड पाक अधिकृत कश्मीर के रहने वाले हैं. एक का नाम अहसान खुर्शीद है जबकि दूसरे का नाम फैसल हुसैन आवान है. दोनों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि जैश के सरगना मसूद अजहर और उसके भाई ने पाक अधिकृत कश्मीर में आकर दोनों को भारत के अंदर घुसपैठ कराने के लिए दो साल पहले ट्रेनिंग दी थी.
दोनों से चल रही है पूछताछ
ये दोनों लाइन ऑफ कंट्रोल के पास भारत के अंदर आतंकियों की घुसपैठ कराने में रूट के लिए मदद करते थे. फिलहाल खुफिया एजेंसियां, आर्मी और बीएसएफ की जॉइंट टीम दोनों से पूछताछ कर रही हैं.
उरी हमले के बाद बढ़ी चौकसी
आपको बता दें कि हाल में उरी में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में सेना के 18 जवानों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से पूरे कश्मीर में सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया है. सुरक्षा बल दिनरात चौकसी में लगे हुए हैं. सीमा पर बीएसएफ को भी अलर्ट कर दिया है.