उन दोनों की इच्छा साथ शादीशुदा जीवन बिताने की है. वो दोनों लड़कियां हैं. एक पैंट शर्ट में रहती है, तेज रफ्तार से मोटरसाइकिल चलाती है. वहीं दूसरी शर्मीली और आम लड़कियों की तरह रहन सहन वाली है. टॉम बॉय की तरह रहने वाली 25 वर्षीय लड़की का नाम मेनका (बदला हुआ नाम) है जो हमीरपुर जिले के एक गांव की रहने वाली है. वहीं शर्मीले स्वभाव वाली लड़की मयूरी है जिसकी उम्र 22 वर्ष है. उसका ताल्लुक महोबा जिले से है.
हमारा नाता जन्मों का..
मेनका ने जहां पति की जिम्मेदारी निभाने का वादा किया. वहीं मयूरी ने धर्मपत्नी बनकर जन्म जन्म तक साथ देने का भरोसा दिलाया. दोनों शनिवार को हमीरपुर कलेक्ट्रेट एफिडेविट बनवाने पहुंची. उनका दावा है कि वो 2014 से साथ रह रही हैं. एक छत के नीचे रहने के लिए घरवाले बाधा नहीं खड़ी करें, इसलिए दोनों कानूनी रजामंदी लेने कलेक्ट्रेट पहुंची. मीडिया ने जब इनसे बात करनी चाही तो मेनका भड़क गई और कहा कि उनका ये निजी मामला है, इसमें दखल क्यों दिया जा रहा है? उसे ये मानने में कोई गुरेज नहीं था कि वो मयूरी के साथ जिंदगी बिताना चाहती है.
जिद के आगे हारा समाज
दोनों के घरवाले समाज के नियमों का हवाला देते हुए इस तरह के रिश्ते के खिलाफ हैं, लेकिन उनकी जिद के आगे बेबस हैं. मेनका के पिता का कहना है कि दोस्ती तो ठीक है लेकिन इस तरह के रिश्तों का क्या मतलब है?
क्या है कानूनी अड़चन?
एक वकील के मुताबिक दोनों लड़कियों को शादी का सर्टिफिकेट जारी नहीं हो सकता लेकिन समलैंगिक संबंध अधिनियम के तहत एक साथ रहने का घोषणा-पत्र देकर साथ-साथ रह सकती हैं. इस वकील की सलाह पर ही दोनों लड़कियों ने हलफनामा तैयार कराया. हलफनामे में नाम पते के साथ साफ लिखा गया है कि दोनों पति-पत्नी के तौर पर एक ही छत के नीचे साथ रहना चाहती हैं. इस रिश्ते पर किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए. हलफनामे को रजिस्टर्ड कराने के बाद उसकी फोटोकॉपी जिलाधिकारी कार्यालय में जमा करा दी गई है. बहरहाल, ये रिश्ता पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. हर कोई जानना चाहता है कि इस रिश्ते को कानूनी और सामाजिक मान्यता मिल पाती है या नहीं?