उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के अशांत कबाइली खबर क्षेत्र से सुरक्षा बलों ने तालिबान द्वारा अपहृत दो सिखों को मुक्त करा लिया है. इस आशय की जानकारी सैन्य प्रवक्ता ने सोमवार को दी.
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले तालिबान आतंकवादियों ने इस समुदाय के दो लोगों का सिर कलम कर दिया था. इंटर सर्विसेस पब्लिक रिलेशंस के प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूत्रों से मिली गुप्त सूचना के आधार पर कबाइली क्षेत्र के औरकजई और खबर की सीमा के बीच के सुदूर इलाके में अभियान चलाया गया.
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान दो अपहृत सिखों सुरजीत सिंह और गुरविंदर सिंह को सुरक्षित मुक्त करा लिया गया.
प्रवक्ता ने बताया कि अभियान के दौरान कई आतंकवादियों को मार गिराया गया. उन्होंने बताया कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी. सुरजीत सिंह और गुरविंदर सिंह का एक अन्य सिख जसपाल सिंह के साथ करीब एक महीने पहले खबर एजेंसी में अपहरण कर लिया गया था. जसपाल सिंह का सिर कलम शव गत 21 फरवरी को बरामद किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक एक अन्य सिख महपाल सिंह का शव औरकजई एजेंसी क्षेत्र में पाया गया था. हालांकि, पाकिस्तान अधिकारी अपने उस बयान पर कायम रहे जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रशासन ने सिर्फ जसपाल सिंह का शव बरामद किया था. गौरतलब है कि तालिबान आतंकवादियों ने पिछले साल इस इलाके के सिखों पर धार्मिक कर ‘जजिया’ लगा दिया था.
इसके बाद इस समुदाय के अधिकतर सदस्य अपना घर बार छोड़कर देश के अन्य शहरों में चले गये. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हत्या की निंदा की और अपहर्ताओं के खिलाफ ‘कड़ी कार्रवाई’ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया. जरदारी ने इस तरह की वारदात की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भी कहा. राष्ट्रपति जरदारी ने एक अन्य हिन्दू रोबिन सिंह को भी मुक्त कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया जिन्हें हाल ही में पेशावर में फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था.
स्थानीय राजनेताओं का कहना है कि राबिन सिंह के अपहर्ताओं ने उनकी रिहाई के लिए एक करोड़ रूपये की फिरौती की मांग की है. भारत ने पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत में तालिबान आतंकवादियों द्वारा दो सिखों की नृशंस हत्या की आलोचना की और कहा कि इस तरह की ‘बर्बरतापूर्वक’ कार्रवाई हमें मध्यकाल में ले जाएगा.