दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल बेस्ड कैब कंपनी ओला-उबर की हड़ताल को पांच दिन हो चुके हैं. लोगों को कैब नहीं मिलने की वजह से काफी मुश्किलों का सामना कर पड़ रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में लगभग 1.5 लाख कैब चलती हैं. हड़ताल के चलते लोगों को कैब नहीं मिल पा रही है. जिनको मिल भी रही है उनको बढ़ी हुई कीमतें चुकानी पड़ रही है.
बड़ी संख्या में कैब्स के सड़कों पर न उतरने से दिल्ली-एनसीआर आने-जाने वालों को खासी दिक्कत हो रही है. लोग ऑफिस देर से पहुंच पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मेरे घर के पास कोई कैब उपलब्ध नहीं थी, तो ऑटो वाले दोगुना भाड़े की मांग कर रहे थे. ऑटो वाले इस हड़ताल का फायदा उठा रहे थे. उन्होंने कहा कि हालांकि, लगातार कोशिश करने के बाद आखिरकार मैं एक निजी टैक्सी बुक करने में कामयाब रहा.
आपको बता दें कि हड़ताल का आह्वान करने वाले ड्राइवर्स यूनियन किराया छह रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वहीं ऑटोचालकों का कहना है कि उनके पुराने दिन लौट आए हैं. कैब के कारण उन्हें कोई पूछता नहीं था. अब दोबारा से उनकी डिमांड बढ़ गई है.