शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को 'मराठी मानुष' और 'हिन्दुत्व' के लिए लड़ने का संकल्प दोहराया. वह जल्द ही पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए पूरे महाराष्ट्र का दौरा करेंगे.
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की मौत के बाद पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में दिए अपने पहले साक्षात्कार में उद्धव ने कहा वह अपने पिता का स्थान नहीं ले सकते, उनकी जगह अपूरणीय हैं और वह हमेशा पार्टी के सर्वेसर्वा रहेंगे.
उन्होंने कहा कि शिवाजी पार्क में बाल ठाकरे के स्मारक को लेकर उठा विवाद अनावश्यक था. वह सोमवार से पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए राज्य का दौरा करने वाले हैं.
ठाकरे की यात्रा पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले से शुरू होगी, जहां वह पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय निकायों और संसद के निर्वाचित प्रतिनिधियों सें मिलेंगे.
नासिक में पांच दिसम्बर को विभिन्न क्षेत्रों के लिए बैठकों का आयोजन किया जाएगा. वहीं सात दिसम्बर को रत्नागिरी, 14 दिसम्बर को नागपुर और 16 दिसम्बर को औरंगाबाद में बैठकों का आयोजन होगा.
ठाकरे प्रदेश के सभी 35 जिलों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. इसके अतिरिक्त वह अपने बेटे आदित्य के नेतृत्व वाली युवा सेना के कार्यकर्ताओं से भी रुबरु होंगे.
इन बैठकों में सुभाष देसाई, मनोहर जोशी, लीलाधर डाके, गजानंद कीर्तिकार, रामदास कदम, दिवाकर राओते और संजय राउत जैसे पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे. ज्ञात हो कि गत 17 नवम्बर को अपने पिता बाल ठाकरे की मौत के बाद उद्धव पहली बार पार्टी कार्यकताओं से मुलाकात करेंगे.