शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे बुधवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में औपचारिक रूप से अध्यक्ष चुन लिये गए.
पार्टी के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई ने पार्टी मुख्यालय शिवसेना भवन में कहा, ‘52 वर्षीय उद्धव ठाकरे को सर्वसम्मति से पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया. इस तरह से अब पार्टी के सभी नीतिगत निर्णय उनके द्वारा लिये जायेंगे. उन्हें पार्टी में किसी को भी नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया है.’
देसाई ने कहा कि चुनाव अधिकारी बालकृष्ण जोशी ने उद्धव के पार्टी अध्यक्ष के रूप में चुने जाने संबंधी सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली है. उन्होंने कहा कि अब से शिवसेना प्रमुख का कोई पद नहीं होगा जिस पर दिवंगत पार्टी प्रमुख बाल ठाकरे चार दशक तक रहे.
देसाई ने कहा, ‘यहां तक शिवसेना में कार्यकारी अध्यक्ष का भी कोई पद नहीं होगा.’ देसाई ने कहा, ‘अपने संबोधन में उद्धवजी ने पार्टी नेताओं से 2014 के राज्य विधानसभा चुनाव पर ध्यान देने को कहा है ताकि अधिक से अधिक सीटें जीत कर प्रदेश में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को हटाया जा सके.’
उन्होंने कहा, ‘बाल ठाकरे के निधन से निश्चित तौर पर एक निर्वात बना है. हालांकि हम सभी ने संगठन को मजबूत बनाने की शपथ ली है ताकि इस कमी को दूर किया जा सके.’
हालांकि उद्धव के पुत्र और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे को पार्टी में पद दिये जाने की जबर्दस्त मांग के बावजूद उन्हें कोई पद नहीं दिया गया और उन्हें युवा इकाई का अध्यक्ष बनाये रखा गया.
इससे पूर्व में हुई बैठक में उद्धव और शिवसेना के सभी वरिष्ठ नेताओं ने बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि दी जिनका 17 नवंबर को निधन हो गया था. बाद में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि शिवसेना एकजुटता के साथ राज्य में चुनौतियों का मुकाबला करेगी.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि उद्धवजी ने आश्वस्त किया कि कोई भी सांसद या विधायक पार्टी से अलग नहीं होगा.