शिवसेना की कमान अब पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को मिल गई है. पार्टी के नए अध्यक्ष उद्धव ही होंगे. नई जिम्मेदारी मिलने के बाद यहां एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने अपने दिवंगत पिता और शिवसेना के प्रमुख रहे बाल ठाकरे के सपनों को पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई.
पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर क्षेत्र में शिवसेना कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ के बीच उद्धव ने पिता के सपनों को पूरा करने का शपथ लिया. उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता के सपनों को पूरा करने का शपथ लेता हूं. उनकी इच्छा के अनुसार निश्चित तौर पर हम महाराष्ट्र में सत्ता में आने में कामयाब होंगे और मराठी नागरिकों तथा हिन्दुओं की प्रगति सुनिश्चित करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी 'प्रमुख' के रूप में कोई भी बाल ठाकरे का स्थान नहीं ले सकता. उद्धव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि आपने मुझमें भरोसा दिखाया है. उसी का नतीजा है कि मैंने पार्टी की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है. मैं लड़खड़ाऊंगा नहीं, लेकिन आपको तो बिल्कुल नहीं लड़खड़ाना चाहिए.
उद्धव ने कहा कि शिवसेना प्रमुख के निधन पर शोक मनाने का वक्त अब खत्म हो गया है. यह रोने का नहीं, बल्कि लड़ने का समय है. उन्होंने चेताया कि जहां कहीं भी मराठियों के साथ अन्याय होगा, शिवसेना मौजूद रहेगी.
उद्धव ने क्षेत्र के अपने दौरे को 'गैर-राजनीतिक' बताया और कहा कि उनका इरादा 'शिवसेना परिवार के सदस्यों' से मुलाकात करना है. साथ ही उन्होंने 'परिवार के सदस्यों' से अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए सहयोग मांगा.
उद्धव की पांच दिसम्बर को नासिक में, सात दिसम्बर को रत्नागिरी में, 14 दिसम्बर को नागपुर में और 16 दिसम्बर को औरंगाबाद में भी ऐसी ही जनसभा होगी.
इससे पहले शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में यह घोषणा की गई थी कि ठाकरे के मुम्बई स्थित आवास 'मातोश्री' पर पार्टी नेताओं की हुई बैठक में शिवसेना अध्यक्ष की सभी शक्तियां अब उद्धव के पास होंगी.