जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में BSF के काफिले पर हमला करने वाले आतंकी कासिम खान ने खुलासा किया है कि उसके निशाने पर अमरनाथ यात्रा थी. कासिम लश्कर का वह आतंकी है, जो हमले के दौरान भारत में जिंदा पकड़ लिया गया. पूछताछ के लिए कासिम को उधमपुर से जम्मू लाया गया है.
आतंकी से पूछताछ के लिए जम्मू पहुंचेगी NIA की टीम
उधमपुर हमले में पकड़े गए आतंकी से पूछताछ के लिए NIA की टीम गुरुवार को जम्मू पहुंच रही है. उम्मीद की जा रही है कि पूछताछ में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
उधमपुर हमले के बाद भी PAK से NSA स्तर की बातचीत!
जम्मू-कश्मीर में जिंदा आतंकी हाथ आने के बाद भी पाकिस्तान को लेकर मोदी सरकार की नीति फिलहाल नहीं बदलेगी. दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर की बातचीत पर इस हमले का कोई असर नहीं होगा.
पाकिस्तान से बिना हथियार लिए आया!
पकड़ा गया आतंकी लगातार अपना नाम बदल रहा है. कासिम खान अपना नाम उस्मान बता रहा है. हालांकि गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस आतंकी का एक नया नाम सामने आया है- मोहम्मद नावेद. यही नहीं, अब वह अपना नाम कुरैशी बता रहा है. इसके पिता का नाम मोहम्मद याकूब है. कासिम पाकिस्तान के गुलाम मुहम्मदाबाद का रहने वाला है, जो पाकिस्तान से भारत बिना हथियार के ही आया था. जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल सेल उधमपुर के चेनानी पुलिस स्टेशन में उससे पूछताछ कर रही है. वह उर्दू और पंजाबी बोलता है.
12 दिन पहले पाकिस्तान से आया भारतThe terrorist caught (in Udhampur) has been identified as Usman, 20, from Faisalabad (Pakistan): Sources
— ANI (@ANI_news) August 5, 2015
हमले में 2 जवान हुए शहीद
उधपुर में BSF के काफिले पर लश्कर आतंकियों के हमले में सेना के दो जवान शहीद हो गए. गिरफ्तार आतंकी कासिम खान ने पकड़े जाने पर कहा कि मुठभेड़ के दौरान वह खुदा की मदद से बच निकला था.
आतंकी कासिम खान को भागने के क्रम में पकड़ा गया. गिरफ्तारी के बाद उसने कहा कि वह खुदा की मदद से भाग निकला. कासिम ने कहा, 'मैं खुदा की मदद से बच निकला, लेकिन मेरा एक साथी मारी गया.'
गौरतलब है कि काफिले पर पाकिस्तान से आए दो आतंकियों ने हमला किया था. करीब 5 घंटे चली मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया, जबकि दूसरा कासिम खान तीन लोगों को बंधक बनाकर फरार हो गया था. हालांकि, बंधक बनाए गए लोगों में एक ग्राम रक्षा समिति का सदस्य था और बंधको ने ही कासिम को धर दबोचा.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बुधवार सुबह 07:30 बजे आतंकियों ने श्रीनगर जा रहे BSF के काफिले पर हमला कर दिया. इस हादसे में दो जवान शहीद हो गए, जबकि 11 जवान घायल हो गए.
सुरक्षाबलों की मुस्तैदी से पकड़ा गया आतंकी
बुधवार के हमले के बाद आतंकवादी पहाड़ों की ओर भाग निकले और 15 किलोमीटर दूर चिरडी गांव में जा घुसे. सुरक्षाबलों ने तुरंत गांव को घेर लिया और आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'बीएसएफ काफिले पर हमले के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के चिरडी गांव में एक घर में घुस गए.' पुलिस अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाकर्मियों ने गांव को घेर लिया, एक आतंकवादी को हिरासत में ले लिया और बंधकों को मुक्त करा लिया.
इस NH पर 15 साल बाद ऐसा हमला
पिछले 15 वर्षों में कड़ी निगरानी वाले इस राजमार्ग पर इस तरह का पहला हमला है. भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने नरसू नाला पर सीमा सुरक्षा बल के काफिले पर हमला किया. यह स्थान जम्मू से 65 किलोमीटर दूर उधमपुर और चेनानी के बीच स्थित है. आतंकवादियों ने साल 2000 में रामबन जिले में बीएसएफ की सुरक्षा वाले जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर एक पुल पर हमला किया था. उस वक्त जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था.
उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी ने जताई चिंता
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर अर्से बाद हमला हुआ है. वे आतंकवादियों की गतिविधियों से चिंतित हैं, क्योंकि यह इलाका आतंकवादियों से मुक्त था.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले को 'बेहद चिंताजनक' बताया. उन्होंने कहा, 'गुरदासपुर हमले के चंद दिनों बाद उधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हुआ यह हमला बेहद चिंताजनक है.'