मशहूर कॉलम्निस्ट शोभा डे ने एक ट्वीट ने महाराष्ट्र में ऐसा बवाल खड़ा किया कि अब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने साथी बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी और सुषमा स्वराज पर ही निशाना साध दिया है. उन्होंने मोदी और सुषमा पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आजकल नरेंद्र मोदी से लेकर सुषमा स्वराज तक भ्रम फैला रहे हैं. आजकल हर कोई ट्वीट करके भ्रम फैला रहा है.' गौर करने वाली बात है कि नरेंद्र मोदी और सुषमा स्वराज ट्विटर का इस्तेमाल करने में आगे हैं.
उद्धव ठाकरे ने ये सारी बातें सामना में छपे संपादकीय में लिखी हैं. 'आग से मत खेलो शोभा' शीर्षक वाले इस लेख में उद्धव ने शोभा डे पर भी जमकर भड़ास निकाल है.
उन्होंने कहा है, 'शोभा डे को महाराष्ट्र का इतिहास जानना चाहिए. वे मुंबई में अमीरों और पूंजीपतियों का प्रतिनिधित्व करती हैं. शोभा डे की अक्ल का दिवाला पिट गया है. इसलिए उन्हें दुर्बुद्धि सूझ रही है.'
क्या लिखा है मोदी और सुषमा के बारे में
"इन दिनों ट्विटर नाम का एक टांव-टांव करने का माध्यम नेताओं और विचारवंत पत्रकारों के हाथ लग गया है. इस ट्विटर पर टांव-टांव करने की जो हरकतें हुई हैं वह अपने आपमें मूर्खता की हद तक हास्यास्पद साबित हुईं हैं. सोशल मीडिया वगैरह सब ठीक है. पर नरेंद्र भाई मोदी से लेकर सुषमा स्वराज तक और दिग्विजय सिंह से लेकर कल शोभा डे तक हर कोई अपने विचारों की धार लोगों को पिला रहे हैं. उनके विचारों की धार पीकर लोगों का भ्रम बढ़ता जाता है. कई बार तो इस माध्यम पर प्रकट हुए विचार, विचार पेश करने वालों को उल्टे पड़ते हैं."
गौरतलब है कि शोभा डे ट्वीट किया कि महाराष्ट्र और मुंबई को अलग हो जाना चाहिए. इस पर सियासी बवाल मच गया. पहले एमएनएस मुखिया राज ठाकरे की प्रतिक्रिया आई.
उसके बाद शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि लगता है शोभा डे ने किसी पेज थ्री पार्टी में जाकर शराब पी ली थी और उसी के नशे में यह बात बोल रही हैं. उनके खिलाफ महाराष्ट्र द्रोह का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज देना चाहिए. एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी शोभा डे के ट्वीट की निंदा करते हुए कहा कि यहां के लोगों ने मुंबई के लिये बहुत बड़े बलिदान दिए हैं.
उधर, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने शोभा डे पर आपत्तिजनक व्यक्तिगत कमेंट किए. शोभा ने एक ट्वीट कर कहा था कि तेलंगाना की तरह मुंबई भी एक अलग राज्य बन सकता है. इस पर ठाकरे बोले कि अलग राज्य बनाना तलाक पाने की तरह आसान नहीं है और शोभा डे को यह समझना चाहिए.