बलात्कारियों को कड़ी सजा वाले कानून बनाने में देश में चल रही बहस के बीच एक शीर्ष वकील ने कहा है कि ऐसे मामलों पर अंकुश के लिये मौत अंतिम समाधान नहीं है, बजाय इसके बलात्कार के दोषियों को अधिक समय तक जेल की सजा दी जानी चाहिये.
मुंबई पर हमला मामले सहित कई बड़े मामलों में विशेष सरकारी वकील रहे चुके उज्जवल निकम का यह मानना है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 23 वर्षीय लडकी के साथ सामूहिक बलात्कार को लेकर देशभर में रोष है और दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की जा रही है, लेकिन यह ऐसे मामलों में उचित सजा नहीं है.
उन्होंने कहा कि मृत्युदंड के प्रावधान से बलात्कारी पीड़िता को मार डालेंगे. मौत की सजा ऐसे अपराधों का अंतिम समाधान नहीं है. निकम ने कहा कि जेल की सजा को 25 साल तक अथवा जीवनपर्यंत बढ़ाना उचित रहेगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने में पुलिस को संवेदनशील होना चाहिये.