अमेरिका और ब्रिटेन ने अल कायदा से खतरा होने का हवाला देते हुए रविवार को साना स्थित अपने दूतावासों को बंद करने का फैसला किया. दोनों देशों ने यह कदम यमन की धरती से पनप रहे आतंकवाद का खात्मा करने में यमन की मदद करने का संकल्प जताने के कुछ ही घंटों बाद उठाया है.
अमेरिका ने अलकायदा से खतरा होने की बात कहते हुए यमन में अपना दूतावास बंद कर दिया और अपने नागरिकों से कहा कि ‘‘वे उच्च स्तर की सतर्कता बरतें.’’ यह निर्देश क्रिसमस के दिन अमेरिकी विमान को विस्फोट में उड़ाने का विफल प्रयास करने के बाद आया है. दूतावास ने अपनी वेबसाइट पर दिए गए संदेश में कहा, ‘‘सना में अमेरिकी दूतावास रविवार को बंद है. यह अरब प्रायद्वीप में अलकायदा से खतरों के मद्देनजर बंद है. इसके तहत यमन में अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने की बात है.’’
संदेश में दूतावास के दोबारा खुलने की तारीख का उल्लेख किए बगैर कहा गया है, ‘‘अमेरिकी दूतावास अपने नागरिकों को उच्च स्तर की सतर्कता बरतने और बढ़ी हुई सुरक्षा जागरूकता का पालन करने की याद दिलाता है.’’
इस बीच, लंदन में ब्रिटिश विदेश कार्यालय ने घोषणा की कि उसने सुरक्षा कारणों से अपने दूतावास को बंद कर दिया है. यह बाद में फैसला करेगी कि सोमवार को उसे खोलना है अथवा नहीं.’’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शनिवार को पश्चिम एशिया में अपने शीर्ष जनरल डेविड पेट्रियस को यमन के राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह से मुलाकात के लिए भेजा था.