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EXCLUSIVE: उमा भारती बोलीं- गंगा की सफाई मोदी सरकार के लिए प्रायश्चि‍त जैसा

एनडीए सरकार खासकर अपने मंत्रालय को लेकर 'आज तक' से खास बातचीत की केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने. वह कहती हैं, 'मैं अपने काम से संतुष्ट हूं.'

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केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार 26 मई को अपने कार्यकाल के दो साल पूरे कर रही है. बीते दो वर्षों में मोदी के मंत्रियों और खुद पीएम ने सरकार की प्राथमिकताओं को लेकर कई वादे किए, योजनाएं बनाई गईं और कमोबेश उन पर काम भी हुआ. लेकिन गंगा की सफाई 'मां गंगा के बेटे' के लिए चुनावी घोषणा पत्र से ही बड़ा मुद्दा रहा है. शायद यही कारण है कि सरकार बनी तो बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती को इसका जिम्मा सौंपा गया. दो साल बीतने को हैं, गंगा की सफाई को लेकर अब तक के कामकाज से मंत्री महोदया संतोष जताती हैं, लेकिन यह भी कहती हैं कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है.


एनडीए सरकार खासकर अपने मंत्रालय को लेकर 'आज तक' से खास बातचीत की केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने. वह कहती हैं, 'मैं अपने काम से संतुष्ट हूं. बीते 29 साल में गंगा की सफाई पर 4 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए. लेकिन हकीकत क्या है हम जानते हैं. हमारी सरकार गंगा की समस्या को समझकर उसका समाधान कर रही है. तीन चरणों में सफाई होनी है. अक्टूबर 2020 तक तीसरा चरण पूरा होगा.'

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बुंदेलखंड को पानी देने की है ठोस योजना
अपने मंत्रालय के कामकाज का जिक्र करते हुए वह कहती हैं, 'जल संसाधन मंत्रालय 99 प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है. 2017 से 2020 तक 8 मिलियन हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी. हम सिंचित जमीन से पीने की पानी की कमी और अकाल से निजात पर काम कर रहे हैं. केन-बेतवा लिंक बुंदेलखंड को पानी देने की ठोस योजना है.' गंगा की सफाई को लेकर वह कहती हैं कि अक्टूबर 2016 में गंगा की निर्मलता को फेज-1 का काम सबके सामने होगा.

'मैं फायर ब्रांड नहीं, वाटर ब्रांड हो गई हूं'
अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाने वाली उमा भारती, कभी पार्टी से नाराज भी हुईं तो उसे जगजाहिर किया. बीजेपी नेताओं की नाराजगी का भी वह उसी बेबाकी से जवाब देती रही हैं. हालांकि 'फायरब्रांड नेता' के तमगे को लेकर अब वह हंसते हुए कहती हैं, 'मैं अब फायर ब्रांड नहीं वाटर ब्रांड हो गई हूं.' गंगा की सफाई और इस ओर प्रधानमंत्री के प्रयासों का जिक्र करते हुए उमा भारती कहती हैं, 'गंगा को निर्मल बनाने के लिए उसे अविरल बनाना जरूरी है. हम गंदगी तो दूर ट्रीटेड वाटर भी गंगा में नहीं जाने देंगे.'

'हम तो प्रायश्च‍ित कर रहे हैं'
वह बताती हैं, 'गंगा प्लान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 हजार करोड़ रुपये दिए हैं. मैं समझती हूं कि हमारी सरकार 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करके गंगा की गंदगी को लेकर प्रायश्चि‍त कर रही है. गंगा को बचाना सरकार का ही नहीं, जनता का भी काम है.'

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'कोर्ट ने पिछली सरकार के लिए कही थी बात'
गंगा की सफाई और इस ओर काम की गति को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में सरकार को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि जैसे काम हो रहा है, ऐसे तो गंगा की सफाई में 200 साल लग जाएंगे और क्या आने वाली पीढ़ियां गंगा को कभी उसकी पुरानी गरिमा के साथ देख पाएंगी. इस पर उमा भारती कहती हैं, '200 साल वाली बात कोर्ट ने हमारे लिए नहीं कही थी. वह पूर्व की सरकार के असफल प्रयास पर टिप्पणी थी.'

'वाड्रा पर कुछ कहो तो कांग्रेस स्प्र‍िंग की तरह उछलती है'
उमा भारती ने कहा कि वह राजनीति में आलोचनाओं का सम्मान करती हैं, लेकिन इसमें किसी का पर्सनल एजेंडा नहीं होना चाहिए. कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार को लेकर अधिक संवेदनशील है. बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. कांग्रेस ने जिस तरह स्मृति ईरानी को नीचा दिखाना चाहा, ये बहुत दुखद है. एक परिवार के इर्द-गिर्द इस पार्टी की हालत यह है कि अगर वाड्रा के खिलाफ आप कुछ कहें तो पूरी पार्टी स्प्रिंग की तरह उछलने लगती है.'

'मोदी जी का 1000 साल से था इंतजार'
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री का कहना है कि नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना ऐसा है, जैसे 1000 साल का इंतजार पूरा हुआ हो. वह कहती हैं, 'मोदी जी के कार्य करने की क्षमता अद्भुत है. वह थकते नहीं हैं. उन्हें काम करने में आनंद आता है.' एनडीए सरकार के अब तक के कार्यकाल को सफल बताते हुए उन्होंने कहा, 'इकॉनोमिस्ट पत्रिका ने देश की अर्थव्यवस्था में सरकारात्मक बदलाव का रुख देखा है. यह सरकार की सफलता ही है कि हम सही राह पर आगे बढ़ रहे हैं.'

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