एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में उमा भारती ने भारतीय जनशक्ति से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने सन् 2005 में भाजपा से निष्कासित किये जाने के बाद खुद इसका गठन किया था.
उमा का इस्तीफा इन अटकलों के बीच आया है कि तेज तर्रार हिन्दुत्व समर्थक नेता भाजपा में लौट सकती है. पार्टी के नये अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा कुछ लोकप्रिय नेताओं की पार्टी में वापसी के संकेत के मद्देनजर यह अटकल और तेज हो गयी है.
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संघप्रिय गौतम को लिखे पत्र में उमा ने कहा कि वह ‘देश की राजनीतिक स्थिति तथा अपने स्वास्थ्य’ को ध्यान में रखते हुए पार्टी से इस्तीफा दे रही हैं. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनशक्ति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी तथा खुले दिमाग से सोचने एवं आत्ममंथन की उनकी जिज्ञासा से उनके शरीर एवं मस्तिष्क पर काफी दवाब है.
51 वर्षीय उमा ने कहा ‘लिहाजा मैं पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सभी दायित्वों से मुक्त हो रही हूं.’ उन्होंने गौतम से बाबूराम निषाद को पार्टी का अध्यक्ष पद सौंपने को कहा है. कई साल तक भाजपा के साथ हिन्दुत्व के कट्टर समर्थक के रूप में जुड़ी रही उमा भारती को लालकृष्ण आडवाणी सहित वरिष्ठ नेताओं की आलोचना के लिये सन् 2005 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. हाल में उन्होंने भाजपा में लौटने का संकेत दिया. वह पिछले लोकसभा में भाजपा के पक्ष में चुनाव भी नहीं लड़ी. बाद में भारतीय जनशक्ति पार्टी राजग में शामिल हो गयी थी.