पुंछ में हुई पांच भारतीय जवानों की हत्या के मामले में रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी आज संसद में ताजा बयान दे सकते हैं. इससे पहले उन्होंने जो बयान दिया था, उसकी चौतरफा आलोचना हुई थी. सूत्रों के मुताबिक विपक्ष के हमले और लोगों के आक्रोश के बाद सरकार को भी लग रहा है कि एंटनी का बयान देश के मूड के खिलाफ हो गया है.
सरकार ने बुधवार को बीजेपी नेताओं को भरोसा दिया कि सेना प्रमुख बिक्रम सिंह से ब्यौरे लेने के बाद रक्षा मंत्री नए सिरे से संसद को भी इस बारे में जानकारी देंगे.
रक्षा मंत्री ने सदन में कहा था कि 'हमलावर पाक सेना की वर्दी में आए थे'. बीजेपी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि ऐसा कहना पाकिस्तानी सेना को क्लीनचिट देना है. इससे पड़ोसी देश को बच निकलने का मौका मिल सकता है इसलिए इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.
बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से भी आपत्ति जताई थी. इस प्रतिनिधिमंडल में लाल कृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली शामिल थे.
बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने एंटनी के बयान पर संसद में विशेषाधिकार हनन का नोटिस भी दिया था. एंटनी के बयान से प्रधानमंत्री के दफ्तर (पीएमओ) ने भी किनारा कर लिया है.