आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर की कार पर एक अज्ञात बंदूकधारी ने उनके सत्संग से लौटते वक्त गोलीबारी की लेकिन श्री श्री बिल्कुल सुरक्षित हैं.
आश्रम की एक अधिकारी ने घटना की जानकारी दी. इस वारदात के बाद आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक 54 वर्षीय श्री रविशंकर ने कहा, ‘मैं बिल्कुल सुरक्षित हूं.’ आश्रम की प्रवक्ता चारू ने कहा कि एक श्रद्धालु मामूली रूप से जख्मी हुआ है. गोली उसकी जांघ को छूते हुए निकल गयी. रविशंकर सत्संग के बाद लौट रहे थे.
उन्होंने कहा कि यह घटना शाम सवा छह बजे हुई. श्री रविशंकर सत्संग में प्रवचन देने के बाद कार से अपने ‘कुटीर’ लौट रहे थे.
कर्नाटक के गृहमंत्री वी एस आचार्य ने कहा कि मध्य प्रक्षेत्र के आईजी कमल पंत को घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए आश्रम भेजा गया है. उन्होंने कहा, ‘वहां कोई समस्या नहीं है. सबकुछ शांतिपूर्ण है.’ श्री श्री ने एक टीवी चैनल से कहा कि इससे पहले उन्हें किसी प्रकार की धमकी नहीं प्राप्त हुई थी.
आश्रम प्रवक्ता ने कहा, ‘हर रविवार को अक्सर शाम चार बजे के बाद हमारा सत्संग होता है और यह शाम छह बजे चलता है. इनमें आसपास के गांवों के लोग भी जुटते हैं. सत्संग संपन्न होने के बाद श्री श्री कार से अपने कुटीर लौट रहे थे तभी यह घटना हुई.’ चारू ने कहा कि इस वारदात की परवाह नहीं करते रविशंकर शाम सात बजे अपने अनुयायियों को प्रवचन देने के लिए चले गये.
श्री श्री रविशंकर के देश भर में और विश्व के कई स्थानों पर बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. इन स्थानों पर उन्होंने कई केंद्र भी स्थापित किये हैं. इस वारदात के बाद भी रविशंकर ने अपना सत्संग कार्यक्रम आगे जारी रखा. श्री श्री ने सांस लेने की पद्धति सुदर्शन क्रिया को देश विदेश में काफी लोकप्रिय बनाया है.
बहरहाल श्री श्री रविशंकर ने गोलीबारी की घटना से अपने अनुयायियों को भयभीत या चिंतित नहीं होने की अपील की. आश्रम के एक अन्य प्रवक्ता अश्विन नंदकुमार ने कहा कि अपने अनुयायियों के लिए जारी संदेश में श्री श्री ने कहा, ‘अहिंसा प्रतिष्ठायाम तत सन्निधव वैर त्याग.’ श्री श्री ने कहा कि जो लोग अहिंसा में रमे होते हैं उनके लिए हर प्रकार का वैर समाप्त हो जाता है.
आश्रम में सुरक्षा बंदोबस्त बढाने पर प्रवक्ता ने कहा कि रविशंकर आमतौर पर कड़ी सुरक्षा को पसंद नहीं करते हैं. वह लोगों और अपने अनुयायियों से घुलने मिलने को ज्यादा तरजीह देते हैं. उन्होंने कहा कि इस वारदात के बाद इस मामले पर विचार करना होगा.